बार्सिलोना: जियो 4जी के ज़रिए पूरी टैलीकॉम सैक्टर को हिला देने के बाद शहंशाह का बनने का सपना देख रहे मुकेश अंबानी के लिए एक बुरी खबर है. हो सकता है 4जी में लगाए गए अरबों रुपये बेकार हो जाएं. हो सकता है जितनी लागत अंबानी ने 4जी में खर्च की है वो वसूल ही न हो. अंबानी के बास सिर्फ 3 साल हैं. इतने ही समय में उन्हें अपनी सारी लागत वसूल करनी होगी. जानकारों का कहना है ये काफी मुश्किल काम है. क्योंकि एक साल तो अंबानी को ग्राहक जमाने में ही लग जाएंगे.
अंबानी के लिए दुख की खबर है भारत में 5जी का आगमन. भारत में 2020 से पहले ही 5जी नेटवर्क दस्तक दे सकता है. मज़ेदार बात ये हैं कि नई 5 जी नेटवर्क लाने की तैयारी भी रिलायंस ही कर रहा है और उसे इसके लिए 5जी का पूरा नया नया नेटवर्क लगाना पड़ेगा. और तो और 5 जी का लायसेंस भी अलग से ही लेना पड़ेगा. अगर अंबानी की अपने पक्ष की सरकार भी रहती है तो भी लायसेंस फी के लिए उन्हें अच्छी खासी रकम देनी होगी. 5 जी के आगमन की आहट मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में सैमसंग और रिलायंस जियो के साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में मिली, जहां उन्होंने 4जी नेटवर्क को मिलकर और बेहतर बनाने के लिए अपने इनफिल एंड ग्रोथ प्रोजेक्ट का ऐलान किया.
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिए गए बयान से संकेत मिले हैं कि सैमसंग और जियो दोनों 5जी के लिए अभी से ही तैयार हैं. लेकिन, 5जी नेटवर्क 4जी की जगह नहीं लेगा बल्कि इसके लिए अलग तरह का ढांचा तैयार होगा.
सैमसंग के अधिकारियों के अनुसार, 5जी एक बेहद ताकतवर वाईफाई की तरह होगा जो कुछ किलोमीटर के दायरे में अभी के मुकाबले लाखों गुणा ज्यादा स्पीड से डाटा ट्रांसफर करेगा. इससे अलग तरह के एप्लिकेशन, मशीनों और गैजेट्स के बीच काफी तेज कनेक्टिविटी देखी जा सकेगी. मसलन, आपके घर के गैजेट्स आपस में कनेक्ट होकर एक-दूसरे को जरूरत के हिसाब से कंट्रोल कर सकेंगे. केबल टीवी के लिए तार की जरूरत नहीं होगी और वायरलेस के जरिये कॉन्टेंट भेजा जा सकेगा.
5जी नेटवर्क 4जी के विकल्प की तरह नहीं आएगा बल्कि यह एक अलग तरह के डिजिटल लाइफ को आकार देगा. सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रेसिडेंट और हेड नेटवर्क बिजनेस यंगकी किम ने कहा कि भारतभर में लाखों नए सेल्स का डिप्लॉयमेंट एलटीए एडवांस्ड प्रो और 5जी के क्षेत्र में नए मानदंड स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगा.
रिलायंस जियो के अधिकारियों ने बताया कि एलटीई में सुधार की बहुत गुजांइश और संभावनाएं हैं, लेकिन जहां तक आगे बढ़ने की बात है तो हम 5जी को अपनाने और लागू करने के लिए तैयार हैं.