नई दिल्ली: दीवार फिल्म में निरूपा रॉय के दो बेटे थे. अमिताभ बच्चन विजय थे और शशिकपूर रवि.दोनों में बिलकुल नहीं पटती थी. कौन जानता था कि निरूपा रॉय के बच्चों में असल जिंदगी में भी दुश्मनी हो जाएगी. दिवंगत ऐक्ट्रेस निरूपा रॉय के के बेडरूम को लेकर उनके बेटों में अजकल जबरदस्त घमासान मचा है. बॉलिवुड में मां के किरदार के लिए सबसे चहेती ऐक्ट्रेस रहीं निरूपा रॉय के अपने ही बेटे किरन (45) और योगेश (57) अब उनके बेडरूम के मालिकाना हक पाने के लिए घमासान मचा रहे हैं. इसके बारे में उनका कहना है कि उस रूम से उनका अटैचमेंट जुड़ा हुआ है.
निरूपा रॉय की मौत के बाद उनके पति कमल रॉय इस प्रॉपर्टी के मालिक थे. बेटों के बीच यह विवाद तब बढ़ा, जब साल 2015, नवंबर में उनके पिता कमल रॉय का भी निधन हो गया. किरन ने पिछले साल बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने अपने बड़े भाई पर इस घर का मालिकाना हक पाने के लिए उन्हें डराने और धमकाने का आरोप लगाया था.
यह याचिका उन्होंने अपने वकील जुल्फीकार मेमन के जरिए दायर करवाया था, जिसमें कहा गया था कि निरूपा अपने आखिरी वसीयतनामे में नेपियन सी रोड आपार्टमेंट की पूरी सम्पत्ति किरन और कमल रॉय के नाम कर चुकी थीं.
किरन को तीन महीने पहले तब झटका लगा, जब सिटी सिविल कोर्ट की तरफ से उनकी उस याचिका को ठुकरा दिया जिसमें उन्होंने योगेश को उस बेडरूम के अंदर जाने से रोक लगाने की मांग की थी.
उन्होंने कहा, ‘मैं अपने पैरंट्स के साथ उनके आखिरी वक्त तक रहा हूं. योगेश और उनकी वाइफ हमारे पैरंट्स को टॉर्चर किया करते थे. मेरे पिता की वसीयत में, जो 2004 में मां की मौत के बाद तैयार की गई थी, मुझे नेपियन सी रोड स्थित इस फ्लैट का इकलौता मालिक बनाया गया था, लेकिन मेरे भाई और उनके परिवार को इस शर्त पर वहां रहने की अनुमति दी गई कि वे हमारे पैरंट्स के बेडरूम में दाखिल नहीं होंगे.’
हालांकि, इस मुद्दे पर कॉमेंट्स के लिए योगेश उपलब्ध नहीं हुए. हालांकि, उन्होंने कोर्ट में इस मामले को लेकर एक आवेदन दिया है, जिसमें कहा गया है कि उस वसीयत में बेडरूम उनके हिस्से में है और किरन का इस पर कोई हक नहीं. उन्होंने यह भी कहा है कि बेडरूम की चाभियां उनके पास हैं ताकि उनका भाई इसका गलत इस्तेमाल न कर सके.