नई दिल्ली: मां भारती की आन-बान-शान तिरंगा लाहौर से न सिर्फ दिखाई देगा, बल्कि पड़ोसी देश को भारत के कद का भी अहसास करवाएगा. झंडा लगाने वाली BEL कंपनी का यही दावा है. अंतरराष्ट्रीय अटारी-वाघा सीमा पर 360 फुट ऊंचाई पर लगाया गया तिरंगा भारतीय सीमा से 10 से 12 किलोमीटर पहले ही छिड्डन टोल प्लाजा से दिखना शुरू हो जाता है. रोड सीधी न होने की वजह से ये चाहे छिड्डन से दिखता है, पर जानकारों का कहना है कि लाहौर की सड़क सीधी होने की वजह से ये दूर से दिखेगा. वाघा से लाहौर सिर्फ बीस किलोमीटर की दूरी पर है.
भारत-पाक दोनों देशों की रिट्रीट सेरेमनी के हैड राजवीर सिंह देसवाल की टीम ने तिरंगे झंडे को लहराते समय राइफलों के साथ सलामी दी. उद्घाटन समारोह के बाद जैसे ही पंजाब के प्रसिद्ध कलाकार हरिंदर सोहल ने मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती, जहां ढाल ढाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा, वो भारत देश है मेरा. जैसे गीत सुनाएं. मंत्री अनिल जोशी, बीएसएफ के आईजी मुकुल गोयल सहित बीएसएफ के जवान, भाजपा के कार्यकर्ता व रिट्रीट सेरेमनी देखने आए लोग झूम उठे.
गायब रही भाजपा की लीडरशिप
कैबिनेट मंत्री जोशी द्वारा देश का सबसे ऊंचा झंडा अटारी पर लगाए जाने को लेकर रखे गए समारोह स्थानीय भाजपा नेता दूर रहे. पूरा शो जोशी धड़े को समर्पित रहा. राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक, मेयर बख्शीराम अरोड़ा, जिला प्रधान राजेश हनी सहित स्थानीय कार्यकारिणी के सदस्यों में से कोई भी समारोह में शामिल नहीं हुआ. यहां तक की नगर सुधार ट्रस्ट द्वारा लगाए जा रहे झंडे में चेयरमैन सुरेश महाजन तक को बुलाया नहीं गया. स्थानीय लीडरशिप में इसे लेकर खासा मलाल रहा.
आकर्षण का केंद्र बनेगा तिरंगा
भारत इलेक्ट्रोकिल कंपनी के सीनियर इंजीनियर कमल कोहली ने कहा कि भारत का सबसे ऊंचा झंडा दोनों देशों की सांझी रिट्रीट सेरेमनी देखने आने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगा. देश की शान तिरंगे-झंडे के पास तीन हाई मास्क बड़ी एलसीडी लाइट रोशनी करते हुए उसकी चमक बढ़ाएगी. बजाज कंपनी के सीनियर इंजीनियर राजेश ग्रोवर ने कहा कि पुणे में तैयार किए गए लोहे के पोल की लंबाई भारत के सभी झंडों से ज्यादा है. बजाज कंपनी 100 से ज्यादा तिरंगे-झंडे देश में लगा चुकी है. लेकिन भारत-पाकिस्तान सीमा पर लगाए गए तिरंगे झंडे के पोल की लंबाई सबसे ऊंची है.