नई दिल्ली: हरियाणा में करनाल के गांव सग्गा के सकड़ों दलित परिवार घर छोड़ रहे हैं. छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं अपनी छत छोड़कर सड़क पर हैं. दरअसल तीन दिन पहले एक दलित दूल्हे को कथित तौर पर राजपूतों ने घुड़चढी से रोक दिया था. इस दौरान दोनों ओर से जमकर पत्थरबाजी और मारपीट हुई. दलित समाज के लोगों का कहना है कि उनके गांव में पुलिस प्रशासन तैनात होने के बावजूद भी दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं. हमारा राशन पानी सब बंद कर दिया गया है. 2 दिन बीतने के बावजूद भी पुलिस प्रशाशन ने कोई कार्रवाई नहीं की.
हालांकि पुलिस प्रशासन के समझाने के बावजूद भी गांव वाले मानने को तैयार नहीं और बच्चों के साथ गांव से पलायन कर करनाल सीएम सिटी की तरफ अपना डेरा डालने चल पड़े. इस समय सभी परिवार करनाल के स्थानीय कर्ण पार्क में डेरा डालकर बैठ गए हैं और प्रशासनिक अधिकारी उन्हें समझाने की कोशिश कर रहा हैं, लेकिन दो दिन पहले सग्गा गांव से शुरू हुआ विवाद धीरे-धीरे बढ़ता ही जा रहा है.
आलम ये है कि देर से जागे प्रशासन की अब दलितों को मनाने की कोशिश नाकाम हो रही है. हरियाणा में दलित उत्पीड़न की हाल में कई घटनाएं हुई हैं. पिछले महीने ही हिसार के मिर्चपुर में दलितों ने गांव छोड़ा था. दलितों का जाटों और राजपूतों से अक्सर टकराव होता रहता है. हरियाणा में बीजेपी की सरकार है और मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री हैं.