नई दिल्ली: मायावती और अरविंद केजरीवाल की ईवीएम में गड़बड़ी की मांग पर चुनाव आयोग ने सख्त रवैया अपनाया है. आयोग ने कहा है कि वोटिंग मशीन को हैक किया ही नहीं जा सकता. लेकिन चुनाव आयोग के इस जवाब का जवाब 2010 में ही आ चुका है.
18 मई 2010 को छबी बीबीसी की रिपोर्ट में साफ कहा गया था कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है रिपोर्ट में मिशिगन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के हवाले से दावा किया गया है कि सिर्फ एक एसएमएस भेजकर भारत की ईवीएम के नतीजे बदले जा सकते हैं.
रिपोर्ट में प्रोफेसर जे एलेक्स हाल्डरमैन ने बाकायदा एक वीडियो में ईवीएम को हैक करके दिखाया था. इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि ईवीएम के डिस्प्ले बोर्ड को हैक किया जा सकता है और एक मैसेज के बाद वो मशीन में जमा डाटा न दिखाकर टैंपर किया गया डाटा दिखाने लगती है.
इसके अलावा वैज्ञानिकों ने एक बेहद सूक्षण माइक्रोप्रोसेसर भी मशीन में लगाकर दिखाया, इस माइक्रोप्रोसेसर से मशीन के अंदर जमा डाटा को भी बदला जा सकता था.
2017-03-23