दुनिया में अातंकवाद को दबे छिपे फैलाने के लिए बदनाम साउदी अरब भी अब इसका शिकार होने लगा है.
सऊदी अरब के पवित्र शहर मदीना में पैगंबर की मस्जिद के बाहर सोमवार देर रात आत्मघाती हमले में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच घायल हुए।
सऊदी अरब में एक साथ हुए कई हमलों को तीन आत्मघाती हमलावरों ने अंजाम दिया। देश में इस्लामिक स्टेट पहले भी घातक हमले कर चुका है। हालांकि आज के हमलों की अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
इस्लाम के पवित्र स्थलों में से एक मदीना में पैगंबर की मस्जिद के बाहर एक आत्मघाती विस्फोट किया गया। इसी स्थान पर मुहम्मद साहब को दफनाया गया था।
सूत्रों के अनुसार इसके अलावा एक अन्य शहर कातिफ में भी मस्जिद के पास हमला हुआ लेकिन वहां कोई आम नागरिक हताहत नहीं हुआ। उस क्षेत्र में शिया मुसलमान बड़ी संख्या में रहते हैं। मौके पर मानव अंग बिखरे थे, जिसे आत्मघाती हमलावर का बताया जा रहा है।
वहीं इससे पहले सुरक्षा बलों की चौकसी के चलते सऊदी अरब के दूसरे सबसे बड़े शहर जेद्दाह में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर आत्मघाती हमला नाकाम हो गया। हमले के बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक संदेश में अपने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
हालांकि वर्ष 2014 से सऊदी अधिकारियों और अल्पसंख्यक शियाओं को कई बार निशाना बनाया जा चुका है। हमलों की जिम्मेदारी आइएस लेता रहा है। एक दशक पहले तक अलकायदा के निशाने पर पश्चिमी देश रहे। उसने 2004 में जेद्दाह में स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था। इसमें नौ लोग मारे गए थे।