अब कैराना से नहीं होगा पलायन, दूर हो गई वजह

नई दिल्ली: कैराना में पलायन की वजह बना बदमाश फुरकान गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने मुठभेड़ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया. फुरकान इस इलाके में आतंक का पर्याय था और व्यापारियों से फिरौती वसूलता रहता था. उसके कारण कई लोग कस्बा छोड़कर चले गए थे. कुछ राजनीतिक पार्टियों ने इसे सांप्रदायिक रंग भी दिया था . स्थानीय सांसद हुकुम सिंह ने इसे हिंदुओं का पलायन बताकर सनसनी फैला दी थी.

शनिवार सुबह कैराना पुलिस को सूचना मिली कि फुरकान अपने साथियों के साथ व्यापारियों से रंगदारी वसूलने कैराना आ रहा है. पुलिस ने फौरन जाल बिछाया और पुलिस कप्तान अजय शर्मा की अगुवाई में पुलिस की कई टीम इलाके में तैनात हो गई. इससे पहले कि पुलिस फुरकान को पकड़ती उसने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरु कर दी.

गोलियों का जवाब गोलियों से

जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फुरकान पर गोलियां चलाईं. इस एनकाउंटर में फुरकान को पांच गोलियां लगीं, वहीं पुलिस के दो जवान भी घायल हो गए. जख्मी हालत में फुरकान को मेरठ रेफर किया गया है. घायल पुलिसकर्मियों का भी इलाज जारी है. बताते चलें, कैराना पलायन पर मचे बवाल के दौरान भी फुरकान कारोबारियों के घरों में चिट्ठियां भेजकर उनसे रंगदारी मांगता था.

रंगदारी लेने के बाद भी की हत्या

कुख्यात बदमाश फुरकान की कैराना और उसके आसपास के इलाके में काफी दहशत थी. दरअसल तकरीबन दो साल पहले फुरकान ने दो कारोबारियों की रंगदारी लेने के बाद हत्या कर दी थी. फुरकान की वजह से ही कई कारोबारियों ने कैराना से पलायन कर लिया था. सूत्रों की मानें तो समाजवादी सरकार के दौरान फुरकान को इलाके के एक कद्दावर नेता की शह मिली हुई थी.

एके-47 चलाता था फुरकान

यहीं वजह है कि पुलिस अब तक फुरकान पर कार्रवाई करने से बचती रही थी. मगर राज्य में सत्ता बदली, हुक्मरान बदलें और फिर पुलिस एक्शन में आ गई. नतीजतन फुरकान आज पुलिस गिरफ्त में है. गौरतलब है कि फुरकान एके-47 जैसे घातक हथियारों का इस्तेमाल करता था. कैराना में रंगदारी के धंधे में सिर्फ तीन गिरोह की दहशत है.

योगी सरकार बनने के बाद भी मांगी रंगदारी

इनमें से सबसे ज्यादा मुकदमे फुरकान और उसके गैंग के खिलाफ ही दर्ज हैं. सूबे में बीजेपी की सरकार बनने के बाद कुछ दिन पहले फुरकान ने एक बार फिर एक कारोबारी से रंगदारी मांगी थी. फुरकान की धमकी देने की ये पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. जिसके बाद पुलिस फुरकान की सरगर्मी से तलाश कर रही थी. वहीं शुक्रवार को ही यूपी के डीजीपी जावीद अहमद ने फुरकान पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था.