नई दिल्ली: ईवीएम का मुद्दा आने वाले समय में देश में बड़े आंदोलन की शक्ल ले सकता है. सोमवार सुबह दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एलान किया कि वो वापस सड़कों पर जाएंगे. अपने घर पर एमसीडी चुनाव के लिए 270 वार्डों में तैनात किए गए लगभग 300 ऑब्जर्वर ने बैठक में केजरीवाल ने ये बात कही. इस बैठक में AAP नेता आशुतोष, कुमार विश्वास और कई विधायक भी मौजूद थे. केजरीवाल के अलावा 16 और पार्टियां इसकी पहले ही शिकायत कर चुकी हैं.
अरविंद केजरीवाल बैठक में देश के अलग-अलग राज्यों से आए उन समर्थकों को संबोधित कर रहे थे जिन्हें एमसीडी चुनाव के लिए 270 वार्डों में ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी दी गई थी. ईवीएम पर सवाल उठाते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘जीत या हार लगी रहेगी. अगर परसो (26 अप्रैल) इस तरह के नतीजे आए, जो पंजाब, धौलपुर, भिंड जैसी बेईमानी साबित करते हैं तो हम आंदोलन से आये थे, सत्ता का सुख भोगने नहीं, वापस आंदोलन करना पड़ेगा.’
चुनाव परिणाम के बाद EVM पर तय होगी नीति
आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री गोपाल राय ने भी सीएम केजरीवाल से मुलाकात के बाद ईवीएम पर सवाल खड़ा किया. एग्जिट पोल पर जवाब देते हुए गोपाल राय ने कहा कि अगर ईवीएम की चलती है, तो जैसा एग्जिट पोल है, वैसा ही होगा. अगर जनता की चलती है तो AAP ही जीतेगी. वहीं ‘आप’ प्रवक्ता आशुतोष ने बताया कि 26 तारीख को एमसीडी चुनाव का परिणाम आने के बाद ईवीएम को लेकर आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा.
परिणाम से पहले ही EVM में गड़बड़ी का आरोप
बैठक के दौरान सीएम हाउस से बाहर निकले ‘आप’ विधायक राजेन्द्र गौतम ने ‘आज तक’ से बातचीत करते हुए बताया, ‘270 वार्डों के 300 ऑब्जर्वर की बैठक अरविंद केजरीवाल के साथ थी. सभी अपनी रिपोर्ट लेकर आए थे. रिपोर्ट के मुताबिक कोठी वाले, अमीर लोग वोट नहीं करने आए और वोट करने वालों में ज्यादातर आम लोग ही शामिल थे.’ राजेन्द्र गौतम ने रिजल्ट आने से पहले ही हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ते हुए कहा कि अगर हार होती है तो ईवीएम की गलती है, अगर बीजेपी को सीटें मिलती हैं तो साफ हो जाएगा की ईवीएम में गड़बड़ी है.