उसने गूगल के सपने तो तहस नहस करने की कोशिश की उसने इस सदी की सबसे उपयोगी खोज को आग में झोंक दिया. उस अकेले इनसान ने बिना हथियार दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में सो एक गूगल को मुख्यालय पर बार बार हमला किया और तो और उसको सबसे बड़े सपने गूगल कार को आग लगा दी.
गूगल कार वो कार है जिसे चलाने के लिए ड्राइवर की ज़रूरत नही़ पड़ेगी. ये हमले मई और जून में हुए थे और इसमें गूगल की सेल्फ ड्रिवन कार भी आग में जल गई थी.
30 वर्षीय रॉल डियाज नाम के शख्स ने पहला हमला 19 मई को आधी रात को किया था. पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक कर्मचारी ने एक आदमी को गूगल मैपिंग कार पर बीयर की बोतल फेंकते हुए देखा था और इसके बाद इलाके को आग की लपटों में जलते हुए देखा गया.
दूसरा हमला 4 जून की रात को हुआ था. दो प्रत्यक्षदर्शियों ने आधा मील दूर से इसे फायरिंग करते हुए देखा था. पुलिस ने वहां पहुंचकर गूगल ऑफिस की खिड़कियों से पांच गोलियां बरामद की थी. सर्विलांस वीडियो में एक एसयूवी को भी देखा गया था.
डियाज को गूगल कैंपस में कार चलाते हुए देखा गया था. उस पर अभी दूसरे और तीसरे हमले में आरोप लगाए जाने बाकी है. डियाज ने बताया, ‘मुझे लगा कि गूगल ने मुझे देख लिया था. इससे मैं परेशान हो गया और मैंने गूगल ऑफिस पर हमले किए.’