GST के कारण होगा डिस्काउंट का महा समर, कौड़ियों के मोल भी मिल सकता है समान, जुलाई में खरीद लो जो खरीदना है

नई दिल्ली:  पहली जुलाई से गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) लागू होने से पहले मोबाइल फोन कंपनियां और दुकानदार स्टॉक निकालने के लिए भारी डिस्काउंट दे सकते हैं. GST लागू होने से मोबाइल हैंडसेट के दाम बढ़ने की संभावना है इसके चलते ये बात कही जा रही है. ऐनालिस्ट्स का कहना है कि कुछ हैंडसेट ब्रांड्स ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों जरियों से डिस्काउंट की पेशकश कर सकते हैं. उधर रिटेलर्स भी प्राइस में कुछ कटौती कर सकते हैं. दर असल जीएसटी लागू होने के बाद सिर्फ 60 दिन में सारा स्टॉक बेचना होगा. इसलिए डिस्काउंट ही एक सहारा होगा.

 

इंटरनैशनल डेटा कॉर्पोरेशन (IDC) इंडिया के सीनियर ऐनालिस्ट नवकेंद्र सिंह के हवाले से नवभारत टाइम्स ने खबर दी है कि, ‘जून के मध्य से अंत तक ब्रैंड्स की ओर से डिस्काउंट दिया जा सकता है. वे बढ़े हुए प्राइसेज के साथ हैंडसेट मॉडल्स आने से पहले पुराना स्टॉक निकालना चाहेंगे.’ पिछले सप्ताह देश में सभी गुड्स और सर्विसेज के लिए टैक्स रेट का फैसला करने वाली काउंसिल ने सेलुलर नेटवर्क्स के लिए फोन और उनकी मैन्युफैक्चरिंग के लिए पार्ट्स पर 12 पर्सेंट का रेट तय किया था, इससे अधिकतर फोन मौजूदा प्राइसेज से 4-5 पर्सेंट महंगे हो जाएंगे.

 

काउंटरपॉइंट रिसर्च को जून के अंत में हैंडसेट के प्राइसेज 10 पर्सेंट तक कम होने की उम्मीद है. GST रेट्स 1 जुलाई से लागू होंगे और अगर प्राइसेज बढ़ाए जाते हैं तो उनका भार कंज्यूमर्स पर कुछ सप्ताह में डाला जा सकता है. काउंटरपॉइंट रिसर्च के असोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक ने बताया कि ब्रांड्स ने पहले ही डिस्ट्रीब्यूटर्स के पास स्टॉक भेजना शुरू कर दिया है.

 

हालांकि, GST को लेकर कुछ अनिश्चितता के कारण डिस्ट्रीब्यूटर्स स्टॉक लेकर उसे आगे रिटेलर्स के पास भेजने से बच रहे हैं. उन्होंने कहा कि जून के अंत तक रिटेलर्स 10-15 पर्सेंट का डिस्काउंट दे सकते हैं क्योंकि वे ऐसा स्टॉक नहीं रखना चाहेंगे जो कुछ सप्ताह में महंगा हो सकता है.

 

मई-जून क्वॉर्टर में आमतौर पर डिस्ट्रीब्यूटर्स के पास कम स्टॉक भेजा जाता है क्योंकि रिटेलर्स जुलाई-सितंबर के अधिक बिक्री वाले क्वॉर्टर से पहले मौजूदा स्टॉक को निकालना चाहते हैं. इसके बाद दिवाली और अन्य त्योहार आते हैं, जिस दौरान मोबाइल फोन की सबसे अधिक बिक्री होती है. रिसर्च फर्म CMR के प्रिंसिपल ऐनालिस्ट और जीएम फैजल कावूसा ने कहा कि डिस्काउंट ऐसी कंपनियां दे सकती हैं, जिनकी बिक्री अभी अच्छी नहीं है. ये कंपनियां प्राइसेज में कमी कर अपनी सेल्स बढ़ाने और मार्केट शेयर हासिल करने की कोशिश करेंगी.

 

देश की टॉप ऑनलाइन रिटेलर्स एमेजॉन और फ्लिपकार्ट ने अपनी हाल की सेल में स्मार्टफोन्स पर भारी डिस्काउंट दिया था. इन कंपनियों के रेवेन्यू में स्मार्टफोन की बड़ी हिस्सेदारी है. एमेजॉन की सेल 11-14 मई, जबकि फ्लिपकार्ट की 14-18 मई तक चली थी.