जीएसटी की किसानों पर भी करारी मार, बढ़ेंगे फर्टिलाइजर के दाम

नयी दिल्ली: जीएसटी की मार किसानों पर सिर्फ महंगाई के रूप में नहीं पड़ेगी बल्कि फर्टिलाइजर का दाम भी उन्हें परेशान करेगा. एक जून माल एवं सेवाकर जीएसटी की उंची दर, सब्सिडी में कटौती और वैश्विक स्तर पर कीमतों में वृद्धि के चलते पोटेशियम क्लोराइड म्यूरिएट ऑफ पोटाश-एमओपी की खुदरा कीमत बढ़ने की संभावना है. जीएसटी पहली जुलाई से लागू करने की योजना है.

मौजूदा समय में एमओपी की बिक्री 11,000 रपये प्रति टन की दर पर होती है. जुलाई 2016 में वैश्चिक बाजार को देखते हुए इसे घटाकर 5,000 रपये प्रति टन कर दिया गया था.

इंडियन पोटाश लिमिटेड के प्रबंध निदेशक पी. एस. गहलौत ने पीटीआई- से कहा, एमओपी की कीमत में इस वर्ष बढ़ोत्तरी की संभावना है क्योंकि उवर्रकों की लागत में संभावित बढ़ोत्तरी हुई है. लागत इसलिए बढ़ सकती है क्योंकि सरकार ने उवर्रकों के लिए जीएसटी की दर 12 प्रतिशत तय की है.

उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष के लिए सरकार के इस मद में सब्सिडी कटौती करने और वैश्विक बाजार में कीमत बढ़ने से कंपनियां एमओपी की खुदरा कीमत में संशोधन के लिए मजबूर हो सकती हैं.

गहलौत ने कितनी कीमत वृद्धि होगी उस बारे में कुछ नहीं बताया और कहा कि उवर्रक मंत्रालय इस पर विचार करेगा.