नई दिल्ली: गुड्स एंड सर्विसज टैक्स यानी जीएसटी आने के बाद तंबाकू का इस्तेमाल काफी महंगा हो जाएगा. शराब पीने वाले एक बार शायद उसका खर्च उठा सकें लेकिन सिगरेट और गुटका का खर्च करने में हालत खराब हो जाएगी. हालात ये हैं कि 1 जुलाई से एक सिगरेट की कीमत 8 रुपये से लेकर के 26 रुपये तक पहुंच जाएगी, वहीं 10 रुपये वाला गुटखा 35 रुपये का हो जाएगा.
जीएसटी में सभी प्रकार के तंबाकू उत्पादों पर 28 फीसदी टैक्स के साथ-साथ सेस भी लगेगा. सेस की दर सिगरेट पर 5 से लेकर के 60 फीसदी तक लगेगा. वहीं गुटखा पर 20.40 रुपये की दर से अतिरिक्त सेस लगेगा.
इससे इनका सेवन करने वालों पर काफी बोझ पड़ेगा. सरकार का मकसद इन उत्पादों का लोग कम से कम इस्तेमाल करें, इसलिए इन पर ऐसी दर लगाई गई है.
वहीं एक एनजीओ द्वारा किए गए सर्वे के अनुसार भारत में तंबाकू का सेवन करने वालों में 33 फीसदी की कमी आई है. इसके अलावा 53 फीसदी लोग इनका सेवन छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं.
भारत में इसको ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे ने अगस्त 2016 से फरवरी 2017 के बीच किया था, जिसके अनुसार सिगरेट और गुटखे के पैकेट पर पिक्चर वार्निंग से असर पड़ा है. 15 से 17 साल की उम्र वाले 54 फीसदी बच्चे इसको छोड़ने की सोच रहे हैं.