नई दिल्ली: सरकार को देश और सरकार की आलोचना को देश द्रोह करार देने वाले बीजेपी समर्थकों ने अब राष्ट्रपति का अपमान किया है. बीजेपी की कैबिनेट का एक भी मंत्री इस बार राष्ट्रपति की इफ्तार पार्टी में नहीं पहुंचा.
‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में हुई इफ़्तार पार्टी में केंद्र सरकार का एक भी मंत्री नहीं पहुंचा. यह बतौर राष्ट्रपति उनकी आख़िरी इफ़्तार पार्टी थी. अगले महीने उनके कार्यकाल पूरा हो रहा है. प्रोटोकॉल के मुताबिक राष्ट्रपति के कार्यक्रम में केन्द्र सरकार को जाना चाहिए. कैबिनेट की भूमिका राष्ट्रपति के सलाहकार की होती है.
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने अख़बार से कहा, ‘एक भी मंत्री, एक भी सरकारी प्रतिनिधि और एक भी बीजेपी नेता वहां नहीं थे. मैं इतने सालों में आज तक राष्ट्रपति की बुलाई ऐसी एक भी इफ़्तार पार्टी नहीं देखी, जिसमें भारत सरकार का एक भी नुमाइंदा न पहुंचा हो.’
सपा के राज्यसभा सांसद जावेद अली ख़ान ने बताया कि वह राष्ट्रपति भवन में तीन इफ़्तार पार्टियों में शामिल हो चुके हैं और उनमें राजनाथ सिंह, मुख़्तार अब्बास नकवी, महेश शर्मा और विजय गोयल जैसे मंत्री आए थे. लेकिन इस बार कोई नहीं था.
इससे पता चलता है कि बीजेपी को देश से कितना लगाव है. जानकारों का कहना है कि बीजेपी वैसा ही देश बनाना चाहती है जैसा तालिबान ने अफगानिस्तान को बनाया था. यानी धर्म आधारित देश.