पीलीभीत: हो सकता है आपको ये खबर चौंकाए लेकिन ये कड़वी हकीकत है. पीलीभीत का टाइगर रिजर्व में एक साल में बाघ 15 लोगों की जान ले चुका है. पूरे इलाके में जबरदस्त खौफ है और वन विभाग के पास बाघ से निपटने का को तरीका नहीं. वन विभाग इस काम के लिए सरकार के भरोस है. उत्तर प्रदेश की सरकार ने कर्नाटक सरकार से 12 हाथियों की डिमांड की है. जिसमें 4 पीलीभीत टाइगर रिजर्व को मिलेंगे. जिनकी मदद से वन रेंजर्स बाघों को पकड़ेंगे. जब तक हाथी नहीं आते हालात यही रहेंगे.
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के महोफ, माला, बराही और हरिपुर रेंज ऐसी जगह है जहां बाघों का आतंक लगातार बढ़ रहा है. रिजर्व के बाघ अक्टूबर 2016 से जून 2017 तक करीब 15 लोगों को अपना निवाला बना चुके है.
ग्रामीणों के मुताबिक एक महिला अपने खेतों पर काम करने के लिए गई थी. खेतों पर कुछ देर काम करने के बाद महिला की चीख की आवाज सुनाई दी तो खेत में काम कर रहे किसान भाग उसके पास गए तो बाघ महिला का आधा शरीर खा चुका था. जिसके बाद ग्रामीणों ने शोर मचाकर बाघ को भगाया.
रिजर्व के अधिकारियों के मुताबिक बाघ के आतंक से बचने के लिए उन्होंने पूरे इलाके में अलर्ट जारी कर दिया है. लोगों को शाम के समय बाहर ना निकलने और झुड़ बनाकर चलने की हिदायत दी है. अधिकारियों ने भी बताया कि उन्होंने आदमखोर को पकड़ने के लिए आसपास के इलाकों में कैमरे भी लगा दिये है.