नई दिल्ली : अब आप अगर काले धन से गोल्ड खरीदने जाएंगे तो नहीं मिलेगा. आपको बाकायदा पैन कार्ड देना हो गा जिसके बाद ही आपको गोल्ड खरीदने की इजाजत होगी. वित्तीय नियामकों के एक पैनल का प्रस्ताव है कि अब गोल्ड खरीदते समय पैन कार्ड ज़रूर लिया जाए. अगर सरकार इस पर मुहर लगा देती है तो आप सोने की एक लोंग भी बिना पैन कार्ड के नहीं खरीद सकेंगे. फिलहाल दो लाख रुपये से अधिक सोने की खरीद के लिए ही पैन नंबर जरूरी होता है.
इतना ही नहीं सोने की हर खरीद की अब बाकायदा इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रजिस्ट्री होगी. इसका मतलब है कि जब भी आप किसी ज्वैलर से गोल्ड खरीदेंगे तो ऑनलाइन बाकायदा उससे जुड़ा रिकॉर्ड दर्ज होगा. ताकि पता चल सके कि कहीं कोई व्यक्ति सोना खरीदकर काला धन तो जमा नहीं कर रहा है.
हाउसहोल्ड फाइनेशियल पैनल की रिपोर्ट ने कहा, ‘कमिटी ने यह सिफारिश सोने के रूप में काला धन जमा करने की प्रवृत्ति पर नियंत्रण लगाने के इरादे से की है. कमिटी का मानना है कि कर निवारण का प्रवर्तन सख्त होना चाहिए. आरबीआइ ने वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की मीटिंग के बाद भारत में घरेलू वित्त के विभिन्न पहलुओं के अध्ययन के लिए इस कमिटी का गठन किया था.
लंदन के इंपीरियल कालेज के प्रोफेसर तरुण रामादोराई की अध्यक्षता वाली इस कमिटी में रिजर्व बैंक, सेबी, बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण और पीएफआरडीए के प्रतिनिधि शामिल हैं.
कमिटी का कहना का है सोना खरीदने को पैन की अनिवार्यता होने के बाद इसका लेनदेन छिपकर किया जा सकता है. इसलिए इसे रोकने के लिए सभी तरह के सोने के लेनदेन को इलेक्ट्रॉनिक रजिस्ट्री में दर्ज किया जाना चाहिए. कमिटी का कहना है कि सोना खरीदकर टैक्स चोरी रोकने के आयकर के आंकड़ों का इस्तेमाल करना चाहिए. साथ ही कर चोरी रोकने के प्रावधानों को सख्ती से लागू करना चाहिए. कमिटी ने सोना एक्सचेंज बनाने का भी सुझाव दिया है ताकि सोने के बाजार को प्रोत्साहित किया जा सके.