गांधी मैदान से क्या शुरू हो गया है मोदी का काउंटडाउन ? जबरदस्त जनसमर्थन विपक्ष को

नई दिल्ली : पटना का गंधी मैदान फुल, खचाखच भरे हुए लोग. हर तरफ सिर्फ नरमुंड, विपक्षी पार्टियों की एकता को मिला ये व्यापक जनसमर्थन मोदी के लिए खतरे की घंटी माना जा सकता है. देश भर में मोदी भी घूमें हैं . अपार रैलियां हुई हैं. लेकिन इतनी भीड़ कभी नहीं दिखी. रैली ‘देश बचाओ भाजपा भगाओ रैली’ के नारे के साथ बुलाई गई थी और इतनी जनता की मौजूदगी इस नारे के साथ होने की गवाही दे रही है. लालू यादव के आयोजन में जेडीयू से बागी हुए शरद यादव भी पहुंचे और लालू को गले लगाकर अपने इरादे साफ कर दिए.

कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने फोन के जरिए रैली को संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज जो लोग सत्ता में बैठे हैं उनका एक ही मकसद है. देश का विभाजन करना. देश में ऐसी सरकार चल रही है जिसे देश की नहीं  अपनी पार्टी की चिंता है. उन्होंने कहा कि हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा करने वाली सरकार ने अभीतक कितने लोगों को रोजगार दिए.

सोनिया ने कहा कि बच्चे अस्पताल में जान दे रहे हैं. कमजोर तबके पर अत्याचार बढ़ रहे हैं. नीतीश के नाम लिए बिना सोनिया ने कहा कि बिहार में जनादेश का अपमान नहीं पूरे देश का अपमान हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बार-बार कहते हैं कि विरोध करने वाले आजकल बढ़ गए हैं. सोनिया ने कहा कि जो सच से इंकार करते हैं वो ज्यादातर दिन तक प्रांसगिक नहीं रहते. सोनिया ने कहा कि भारत की विविधता, एकता और  धर्मनिरपेक्षता को बचाए रखना है. आज की रैली ने देश में एक संदेश दिया है.

इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छे दिन वाले आजकल न्यू इंडिया की बात कर रहे हैं.  अखिलेश बोले कि हम जानना चाहते है कि जीएसटी और नोटबंदी से कितना भ्रष्टाचार रुका और कितने युवाओं को रोजगार मिला. जीएसटी और नोटबंदी से कितने लोग बेरोजगार हुए इस बारे में भाजपा को बताना चाहिए. बाढ़ पर अखिलेश ने कहा कि बाढ़ आई नहीं है बल्कि लाया गया है. भाजपा पर हमला तेज करते हुए अखिलेश ने कहा कि अगर बिहार की धरती भाजपा का रथ रोक सकती है ये धरती तो भाजपा को भी रोक सकती है.

तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने भाषण की शुरुआत में ही सीएम नीतीश को चाचा कहकर प्रणाम किया और उन्हें एक धोखेबाज कह डाला. तेजस्वी ने कहा कि ऐसा कोई सगा नहीं है, जिसे नीतीश ने ठगा नहीं हो.

शरद के अलावा सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी मंच पर पहुंचे. इसके अलावा राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद भी लालू को समर्थन देने पहुंचे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस रैली में लालू को समर्थन देने पहुंची. रैली में यूं तो तमाम दिग्‍गज पहुंचे लेकिन सबकी निगाहें शरद यादव पर ही थी क्योंकि जेडीयू नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ चेतावनी दी थी कि अगर शरद यादव लालू की रैली में जाते हैं तो उन्हें कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.

नीतीश की चेतावनी को दरकिनाकर कर शरद न सिर्फ रैली में पहुंचे बल्कि खुलेआम लालू को समर्थन का इजहार किया. जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष रहे शरद यादव ने रैली से पहले ही अपने इरादे यह कहकर साफ कर दिए थे कि असली जेडीयू नीतीश कुमार वाली नहीं उनके वाली है.

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रैली का वीडियो फेसबुक पर शेयर किया है. अपने भाषण के दौरान तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. नीतीश कुमार को चाचा कहकर संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा कि ऐसा कोई सगा नहीं जिसे नीतीश ने ठगा नहीं. वो न आदमी अच्छे हैं न नेता.

पटना का गांधी मैदान कई क्रांतियों का गवाह रहा है. जेपी ने जब यहां बड़ी रैली की तो इंदिरा गांधी जैसी ताकत उखड़ गई. वीपी सिंह ने को समर्थन मिला तो राजीव गांधी. गांधी मैदान से देश का मूड पता चलता है. इस भीड़ ता मूड आज फिर कुछ इशारे कर रहा है.