नई दिल्ली : सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को साध्वी यौनशोषण मामले में दस नहीं 20 साल की कैद होगी. इसके साथ ही करीब 30 लाख जुर्माने की सजा सुनाई गई है. दर असल रेप की सज़ा 10 साल ही है लेकिन दो मामले होने के कारण 10-10 साल की कैद की सजा सुनाई गई. अदालत ने दोनों सज़ाएं अलग-अलग काटने का आदेश दिया है. इसके अलावा दोनों पीड़िताओं को 14-14 लाख रुपए जुर्माने के तौर पर देने होंगे. डेरा मुखी को धारा 376 और 506 के तहत सजा सुनाई गई है. उस पर तीन अलग-अलग धाराओं को लेकर 65 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.
राम रहीम के पास अब सजा के खिलाफ अपील करने के लिए हाईकोर्ट जाने का विकल्प है. आज समय कम होने के कारण वह ऐसा नहीं कर पाया, लेकिन बहुत संभव है कल वह हाई कोर्ट में अपील दायर करे.
सुनरिया जेल में डेरा प्रमुख की सजा पर सुनवाई के दौरान बाबा के वकीलों ने बचाव पक्ष में कहा कि डेरा प्रमुख सामाजिक सरोकारों से जुड़े रहे हैं. डेरा प्रमुख के वकील एसके नरवाना ने कहा कि बाबा ने कई समाज सेवा के काम किए हैं इसलिए उन्हें कम से कम सजा दी जाए. उन्होंने बताया कि बाबा ने 133 समाज सेवा के काम किए हैं. वे नरमी के हकदार हैं. उन्होंने डेरा प्रमुख की जेल बदलने की भी मांग की. वहीं सीबीआइ के वकीलों ने कहा कि अब कोई संशय नहीं है. साध्वियों का यौन शोषण किया गया है. डेरा प्रमुख ने भावनाओं का दोहन किया है. उसे मिलने वाली सजा कम है. सीबीआइ वकीलों ने डेरा प्रमुख के लिए उम्रकैद की सजा मांगी.
सजा सुनाने के लिए रोहतक की सुनारिया जेल में विशेष कोर्ट लगाई गई. इससे पूर्व दोनों पक्षों को दलील देने के लिए 10-10 मिनट का समय दिया गया. इस दौरान गुरमीत राम रहीम भी कोर्ट में मौजूद रहा और उसकी आंखों से आंसू टपकते रहे. वह रहम की अपील करता रहा. सजा सुनाए जाने के दौरान डेरा प्रेमियों ने सिरसा के फुल्का गांव में दो गाड़ियों में आग लगाई. इसकी सूचना भी कोर्ट को दी गई.
सीबीआइ कोर्ट ने राम रहीम को भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की तीन धाराओं 376 (दुष्कर्म), 506 (डराने-धमकाने) और 509 (महिला की इज्जत से खिलवाड़) के तहत दोषी ठहराया है. पंचकूला में हुई आगजनी से सबक लेते सरकार ने रोहतक जेल के बाहर पांच स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया. पुलिस और सुरक्षा बलों को मौके पर ही तुरंत एक्शन लेने व उपद्रवियों को गोली मारने के आदेश दिए गए हैं. हेलीकॉप्टर व ड्रोन से नजर रखी जा रही है. अर्धसैनिक बलों की 23 कंपनियां तैनात की गई हैं. सेना स्टैंड बाई पर रहेगी.