नई दिल्ली : पेट्रोल डीजल के दाम कम नहीं होंगे. जो लोक लाखों की गाड़ी रखते हैं उन्हें थोड़ा बोझ उठाना ही होगा. ये बयान है केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री केजे अल्फोंस का. अल्फोंस ने कहा कि पेट्रोल और डीजल खरीदने वाले लोग भूख से नहीं मर रहे हैं. पेट्रोलियम उत्पादों से मिलने वाला पैसा गरीबों के कल्याण में खर्च किया जाएगा और सरकार ने यह फैसला सोच समझकर लिया है.
उन्होंने कहा – पेट्रोल कौन खरीदता है? जिसके पास कार और बाइक है, वही पेट्रोल और डीजल खरीदता है और वह भूख से नहीं मर रहा. जो लोग इसे वहन कर सकते हैं उन्हें टैक्स देना होगा.
पर्यटन राज्य मंत्री ने कहा कि हमने टैक्स लगाया है ताकि देश के गरीबों को एक बेहतर जीवन मिल सकें. उन्हें शौचालय की सुविधा मिले, आवास मिले. पेट्रोलियम उत्पादों से जो भी पैसा इकट्ठा हो रहा है, उसे हमारे प्रधानमंत्री या मंत्री चुरा नहीं रहे हैं. सरकार ने यह फैसला सोच समझ कर लिया है.
उन्होंने कहा कि ये सरकार अपने पास पैसा इकट्ठा नहीं कर रही है. बल्कि गरीबों के कल्याण के लिए उसका उपयोग किया जा रहा है.
गरीबों के लिए है मोदी सरकार
उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां बिल्कुल सिंपल और स्पष्ट हैं. ये सरकार गरीबों के लिए हैं. उनके लिए घर का निर्माण, शौचालय, स्कूल और हर गांव में बिजली पहुंचाना ही हमारा मकसद है. इसके लिए बहुत पैसा चाहिए और हम उन लोगों पर टैक्स लगाने जा रहे हैं जो वहन कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार ने यह फ़ैसला सोच समझकर लिया है. उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग टैक्स दे सकते हैं, उन्हें टैक्स देना चाहिए. हम आपको बता दें देशभर में पेट्रोल की कीमतें तीन साल के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई है. कहीं- कहीं तो ये 81 रुपये प्रति लीटर को भी पार कर गई है.
ध्यान देने वाली बात है कि पेट्रोल की कीमतों में तेज़ी का एक बड़ा कारण केंद्र सरकार का एक्साइज़ ड्यूटी बढ़ाना है. साथ ही राज्यों द्वारा पेट्रो पदार्थों पर ज़्यादा वैट वसूलने से भी कीमतें बेतहाशा बढ़ी हैं. पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में कमी के समय केंद्र सरकार ने लागातार एक्साइज़ ड्यूटी बढ़ाई थी और इसमें अब तक कमी नहीं आई है.
पेट्रोल और डीजल की कीमतें साल 2014 के बाद सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें तीन साल पहले के मुकाबले आधी रह गई हैं, बावजूद इसके देश में पेट्रोल, डीजल की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है. मुंबई में तो पेट्रोल के दाम बुधवार को करीब 80 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया.