लखनऊ : चुनाव आयोग पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम मतदाता सूची से हटा सकता है. वाजपेयी का नाम लखनऊ के गौतमबुद्ध मार्ग के सुदामापुरी मतदाता सूची में दर्ज है और जल्द ही यह नाम हटाया जा सकता है. वाजपेयी के नाम को लेकर 4 अक्टूबर को आखिरी फैसला लिया जाएगा और उसके बाद सूची को अपडेट किया जाएगा.
दरअसल अटल बिहारी ने साल 2004 में आखिरी बार वोट डाला था और उसके बाद उन्होंने तबियत खराब होने की वजह से वोट नहीं डाला है. वाजपेयी का नाम मतदाता पुनरीक्षण के जरिए हटाया जा सकता है. बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी बाबू बनारसी दास वार्ड से मतदाता हैं.
हाल ही में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी खबरें आई थीं कि अटल बिहारी वाजपेयी का नाम मतदाता सूची से हटाया जा सकता है. बता दें कि वाजपेयी ने साल 2004 के लोकसभा चुनाव में वोट दिया था और इसी साल ही उन्होंने आखिरी बार चुनाव लड़ा था. उसके बाद साल 2007, 2012, 2017 के विधानसभा चुनाव और साल 2009, 2014 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने वोट नहीं दिया.
गौरतलब है कि वाजपेयी ने लखनऊ से 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में जीत दर्ज की थी और वो पहली बार 1996 में 13 दिन के लिए और उसके बाद 1998 से 2004 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे.