नई दिल्ली : बीजेपी के बयोवृद्ध नेता यशवंत सिन्हा ने अरुण जेटली के बयान का तगड़ा बयान दिया है. यशवंत सिन्हा ने कहा कि कि ये सरकार हर सेक्टर में कमज़ोर है और में हर सेक्टर पर चर्चा करने को तैयार हूं. उन्होंने 10 पाइंट का एक बयान जारी किया जिसमें कहा कि जेटली अपनी हैसियत से बढ़कर बयान दे रहे हैं. सिन्हा ने अपने बेटे को भी नहीं छोड़ा उन्होंने कहा कि अगर मेरा बेटा इतना काबिल था तो उसे वित्तमंत्री पद से क्यों हटा दिया. उन्होंने कहा कि नाकाम लोग अपनी नाकामी से पर्दा हटाने के लिए पर्सनल हमले करते हैं.
- ‘अगर मैं नौकरी का आवेदक होता, तो शायद वो (अरुण जेटली) पहले नंबर पर ना होते’.
- अरुण जेटली मेरी पृष्ठभूमि भूल गए हैं. मैंने राजनीति में दर-दर की ठोकर खाई है. 12 साल की IAS की नौकरी बाकी थी जब राजनीति में आ गए हैं. आडवाणी जी ने कहा था कि कभी पर्सनल अटैक नहीं करना चाहिए.
- मैं हर सेक्टर पर चर्चा करने को तैयार हूं, हर सेक्टर में गिरावट हो रही है.
- मैंने राजनीति में आने के कुछ समय के बाद ही अपनी लोकसभा की सीट चुन ली थी. मुझे अपनी लोकसभा की सीट चुनने में 25 साल नहीं लगे हैं. यशवंत बोले कि जिन्होंने लोकसभा की शक्ल नहीं देखी, वो मेरे ऊपर आरोप लगा रहे हैं. मैंने किसी पर पर्सनल अटैक नहीं किया है.
- मैंने वीपी सिंह की सरकार में मंत्री पद ठुकरा दिया था, लेकिन अरुण जेटली ने अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में राज्यमंत्री का पद स्वीकार कर लिया. वह लोकसभा में पहुंचे भी नहीं थे.
- उन्होंने कहा कि कालेधन पर वित्तमंत्री पर देश को गुमराह कर रहे हैं, कालेधन और पनामा पर जेटली गुमराह कर रहे हैं. पनामा मामले में भारत में कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है.
- मैं और चिदंबरम कभी दोस्त नहीं रहे हैं, बल्कि अरुण जेटली और चिदंबरम दोस्त रहे हैं.
- हम मुद्दे से भटकने नहीं देंगे, इसलिए पर्सनल आरोप लगा रहे हैं. जो लोकसभा का सदस्य है वही लोगों की बात समझ सकता है, पांव में छाले पड़ेंगे तो ही कुछ समझ आएगा.
- लोग आज भी मेरे पास जॉब की सर्च में आते हैं, क्या अरुण जेटली के पास लोग आते हैं.
- उन्होंने कहा कि मैं यूज़लैस मंत्री था, अगर ऐसा था तो मुझे विदेश मंत्री क्यों बनाया गया था?