नई दिल्ली : मेट्रो किराए को लेकर खींचतान लगातार तेज होती जा रही है. आज पांच आप विधायकों का एक दल डीएमआरसी चीफ मंगू सिंह से मुलाकात करने पहुंचे, लेकिन मेट्रो चीफ मंगू सिंह ने विधायकों से मुलाकात नहीं की.जिसपर विधायकों के दल को डीएमआरसी के अधिकारियों से मुकाकात कर लौटना पड़ा.विधायकों ने एक मांगपत्र सौंपकर मेट्रो किराया ना बढ़ाने की अपील की.और एक साल में 2 बार किराए में बढ़ोतरी को कानूनन तौर पर भी गलत करार दिया.मांग पूरी ना होने पर आम आदमी पार्टी सड़क पर उतरने की तैयारी कर रही है.
आम आदमी पार्टी के कुछ सवाल हैं –
- मई मे किराया बढ़ाया गया था फिर 6 महीने में मेट्रो ने ऐसा क्या किया है, जो दोबारा किराया बढ़ाया जा रहा है.
- केन्द्र के साथ-साथ दिल्ली सरकार भी मेट्रो का संचालन करती है. किराया बढ़ाने के लिए दिल्ली सरकार से भी राय मागी गई थी. तब दिल्ली सरकार ने मना किया था. मेट्रो का किराया बढ़ने से दूसरे साधनों की तरफ जाना होगा. जिससे प्रदूषण की समस्या बढ़ सकती है. इसके लिए मेट्रो ने क्या किया.
- जून 2016 मे लगभग 27 लाख राइडरशिप थी. किराया बढ़ाने के बाद राइडरशिप घटकर 25 लाख हो गई. फिर भी मेट्रो को नुकसान हो रहा है. इस बारे मे क्यों नहीं सोचा जा रहा है. दोबार किराया बढ़ाने से फिर राइडरशिप घटेगी.