नई दिल्ली : अभी तक निर्बाध चला आ राह बीजेपी का विजय रथ बार बार अटकने लगा है. पहले दिल्ली विश्वविद्यालय, फिर हैदराबाद यूनिवर्सिटी उसके बाद गुड़गांव नगर निगम और अब राजस्थान के नगर निकायों के चुनाव. बीजेपी को निराशा हाथ लग रही है. पार्टी के लिए राजस्थान की तीन नगर निकाय सीटों पर हुए उप-चुनाव के नतीजे निराशाजनक रहे.
कांग्रेस ने इन तीन में दो सीटों पर जीत हासिल करके बीजेपी को टेंशन में डाल दिया है. राज्य में सत्ताधारी बीजेपी को केवल एक सीट पर जीत मिली है.
कांग्रेस को जयपुर के वार्ड नंबर 76 और टोंक के मालपुरा नगर निकाय सीट पर जीत मिली है. वहीं बीजेपी को सीकर के लोसल नगर निकाय सीट पर जीत मिली है. जयुपर सीट पर हुआ मुकाबला तो लगभग इकतरफा रहा.
यहां कांग्रेस के इकरामुद्दीन ने बीजेपी के अशोक अग्रवाल को करीब पांच हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया.
जयपुर की वार्ड नंबर 76 सीट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी के निधन के कारण खाली हुई थी.
मुस्लिम बहुल इस इलाके में कांग्रेस का पलड़ा हमेशा से भारी रहा है. उप-चुनाव में वार्ड के करीब 26 हजार वोटरों में से करीब 10 हजार ने ही वोट डाला.
कम मतदान होने के बाद बीजेपी जीत के दावे कर रही थी लेकिन जब नतीजे आए तो बीजेपी उम्मीदवार को करीब पांच हजार वोटों से हार का स्वाद चखना पड़ा.
सीकर की लोसल नगरपालिका वार्ड नंबर 24 से बीजेपी के मदनलाल 117 वोटों से जीते. उन्होंने कांग्रेस के संतोष कुमार को हराया.
वहीं टोंक के मालपुर के नगर पालिका उपचुनाव में कांग्रेस की मनीषा जैन ने महज 24 वोटों से जीत हासिल की.
उन्होंने बीजेपी के रिंकू जैन को हराया. राजस्थान में इस समय बीजेपी की वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली सरकार है.
साल 2013 में हुए विधान सभा चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार को सत्ता से बाहर किया था.
प्रदेश में अगले साल विधान सभा चुनाव होने हैं लेकिन बीजेपी अभी से राज्य बचाने के लिए परेशान नजर आ रही है. कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी राजस्थान चुनाव को लेकर कमर कसे हुए है.
आम आदमी पार्टी ने कुमार विश्वास को राजस्थान प्रभारी बनाया है. वहीं राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि कांग्रेस सचिल पायलट को कांग्रेस मुख्यमंत्री उम्मीदवार बना सकती है.