जय शाह मामले में बीजेपी पर संघ का खुला हमला, जय शाह मामले की जांच की मांग की

भोपाल : अमित शाह के बेटे के मामले में जो मांग कांग्रेस पार्टी कर रही थी वही अब संघ ने कर दी है. आरएसएस ने कहा कि अमित शाह के बेटे जय शाह के मामले में किसी तरह की रियायत नहीं बरतनी चाहिए बयान भी किसी और का नहीं. संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले का है. उन्होंने कहा कि अगर अमित शाह के बेटे पर कोई मामला बनता है तो उसकी जांच होनी ही चाहिए.

हालांकि इस मुद्दे पर भाजपा ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कह दिया है कि जब विपक्ष के आरोपों के तहत कोई मामला बनता ही नहीं तो जांच कैसी. हालांकि संघ के इस मुद्दे पर बोलने के बाद अब जहां कांग्रेस समेत विपक्षी दलों को बल मिला है , वहीं भाजपा सरकार के लिए यह बयान उनके लिए भारी पड़ता है.

बता दें कि पिछले दिनों वेब पोर्टल द वायर ने एक खबर प्रकाशित की थी, इस खबर में कहा गया था कि  अमित शाह के बेटे जय शाह ने कुछ ही समय में अपनी कंपनी में 16000 गुना की वृद्दि कर ली है. यह सब उसने अपने पिता के भाजपा अध्यक्ष रहते हुए किया है. इस दौरान अनियमितता के भी आरोप लगाए गए थे, जिसे जय शाह ने बेबुनियाद आरोप करार देते हुए, मीडिया हाउस पर 100 करोड़ रुपये का मानहानी का दावा किया है. हालांकि इस मुकदमे पर कार्रवाई शुरू नहीं हो सकी क्योंकि उसको सुनवाई लायक मानने या न मानने के मुद्दे पर सुनवाई के वक्त जय शाह के वकील नहीं पहुंचे.

इस पूरे मामले में भाजपा ने जयशाह को क्लीन चिट देते हुए उनके खिलाफ किसी भी जांच से मना कर दिया है. खुद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले में बयान देते हुए कहा कि विपक्ष के आरोप बेबुनियाद हैं, इनमें कोई सच्चाई नहीं. जब कोई मामला ही नहीं तो जांच किस चीज की कराई जाए. इसके साथ ही केंद्र सरकार के कई अन्य मंत्रियों ने इस मामले में जय शाह के पक्ष में बयान देते हुए उनके खिलाफ दुष्प्रचार करने का मामला बताया.

बहरहाल, अब संघ का बयान सामने आने के बाद भाजपा के लिए इस मामले में जांच करवाने का दबाव बढ़ गया है. वहीं विपक्षी दलों को संघ के बयान से सरकार पर हमला करने का एक बड़ा मुद्दा मिल गया है.