देखिए फिल्म मर्सल का विवादास्पद सीन जिसे बीजेपी के एतराज के बाद हटा दिया गया

नई दिल्ली: मर्सल फिल्म को लेकर बीजेपी ने बवाल मोल ले लिया है. जिस फिल्म के सीन को पिक्चर से हटवाने की पार्टी कोशिश कर रही थी वो सीन अब वायरल हो गया है. जिसे देखो वो सीन यहां से वहां शेयर कर  रहा है. हम यहां पर आपके लिए वीडियो लेकर आए हैं ताकि आप भी जान सकें कि वो क्या सामग्री है जिस पर बीजेपी को एतराज़ है. इस वीडियो को लोग तेज़ी से शेयर कर रहे हैं.

इंडिया रेसिस्ट ने अपने फेसबुक पेज पर ये वीडियो शेयर किया है. फिल्म के इस सीन में भारत की स्वास्थ्य सेवा पर कड़ा हमला किया गया है. जीएसटी पर भी प्रहार है. नायक पुलिस हिरासत में खड़ा है. हाथों में हथकड़ियां हैं. वो कहता है- सिंगापुर में 7 फीसदी जीएसटी है वहां सरकार फ्री हेल्थकेयर देती है. यहां अस्पतालों में ऑक्सीजन के बगैर बच्चे मर जाते हैं.

बच्चे ऑक्सीजन के बगैर मर जाते हैं. बच्चों को चूहे खा जाते हैं. और तो और डायलिसिस करते वक्त बिज्ली चली जाती है. नायक कहता है ऐसा सब इसलिए होता है क्योंकि जिन्हें अस्पतालों पर ध्यान देना चाहिए वो प्राइवेट अस्पतालों में इनवेस्टमेंट की चिंता कर रहे होते हैं.

राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘मिस्टर मोदी, सिनेमा तमिलनाडु संस्कृति और भाषा की गहरी अभिव्यक्ति है. ‘मर्सल’ में हस्तक्षेप कर तमिल प्रतिष्ठा को ‘डिमोन-टाइज’ करने की कोशिश न करें’. राहुल गांधी ने यह टिप्पणी अभिनेता विजय की फिल्म ‘मर्सल’ में जीएसटी के खिलाफ बोले गए डायलॉग पर भाजपा की असहिष्णुता पर कटाक्ष करने के बाद की है.

अभिनेता ने अपनी फिल्म में जीएसटी और डिजिटल इंडिया योजनाओं की आलोचना की है. अभिनेता विजय 2014 में लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव प्रचार के दौरान मोदी से मिले थे और पिछले वर्ष नोटबंदी की भी प्रशंसा की थी. भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एच.राजा ने शुक्रवार को अभिनेता के ईसाई मूल से संबंधित ट्वीट किया था, ‘मोदी के लिए जोसेफ विजय की नफरत है ‘मर्सल’.

तमिलनाडु के भाजपा अध्यक्ष तमिलसाई सुंदरराजन ने फिल्म में जीएसटी, डिजिटल पेमेंट और मंदिर से संबंधित डायलॉग हटाने की मांग की है. उनका कहना है कि इससे गलत संदेश फैल रहा है. इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने भाजपा पर अभिनेता विजय की फिल्म ‘मर्सल’ के कुछ डायलॉग हटाने की मांग को लेकर निशाना साधा और व्यंग्य किया कि ‘ऐसा कानून बनाना चाहिए, जिसमें वृत्तचित्रों (डॉक्यूमेंटरी) में सिर्फ सरकार की नीतियों की सराहना की जाए’.

वहीं, पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘फिल्म निर्माताओं के लिए सूचना कानून आने वाला है. अब आप केवल वही वृत्तचित्र बना सकते हैं, जिसमें सरकार की सराहना की जाए.