गुजरात में बीजेपी की खस्ता हालत के संकेत, दूरी बना रहे हैं नेता

अहमदाबाद: गुजरात में जैसे जैसे चुनाव नज़दीक आ रहा है बीजेपी की तरफ से नेता दूरी बनाने लगे हैं. हालात ये है कि हार्दिक पटेल के जो साथी बीजेपी में शामिल हुए थे वो यूटर्न मारने लगे हैं. ताज़ा मामले में पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आए निखिल सवानी ने बीजेपी को छोड़ दिया है. सवानी ने सोमवार (23 अक्टूरबर) को पत्रकारों को बुलाकर इस बात की जानकारी दी.

सवानी व पाटीदार समुदाय के 150 सदस्यक सितंबर में भाजपा में शामिल हुए थे. सवानी हार्दिक पटेल के करीबी हैं और सूरत में PAAS के संयोजक थे. सवानी ने कहा कि ‘मैंने बीजेपी द्वारा नरेंद्र पटेल को एक करोड़ रुपये के ऑफर की बात सुनी, मैं दुखी हूं. बीजेपी छोड़ रहा हूं.”

पटेल ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने उन्हें वरुण पटेल के माध्यम से उसमें शामिल होने पर एक करोड़ रुपये देने का वादा किया था. हालांकि वरुण पटेल ने इन आरोपों से इनकार किया है. गुजरात में 18 दिसंबर से पहले चुनाव होने हैं क्योंकि उस दिन गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधान सभा चुनाव के नतीजे आने की चुनाव आयोग पहले ही घोषणा कर चुका है.

सवानी ने कहा, ‘मैं नरेंद्र पटेल को बधाई देता हूं. वह एक छोटे परिवार से आते हैं, फिर भी उन्होंीने एक करोड़ रुपये लेना मंजूर नहीं किया. ‘ सवानी ने राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा है. उन्होंहने कहा, ‘राहुल गांधी से अप्वॉपइंटमेंट लूंगा. उनसे मिलकर अपना नजमरिया सामने रखूंगा.’

सवानी ने कहा कि उन्हेंग बीजेपी में शामिल होने के लिए रुपयों की पेशकश नहीं की गई थी. उन्होंूने कहा, ‘अब मैंने इस्तींफा दे दिया है क्योंलकि वे सिर्फ लॉलीपॉप दे रहे हैं, कोई वादा नहीं पूरा कर रहे.’ माना जा रहा है कि ये सब तो बयानबाज़ी है ये नेता बीजेपी के साथ भविष्य को लेकर ज्यादा आशावान नहीं दिख रहे. दूसरा पटेल समुदाय में इन्हें गद्दार की नज़र से भी देखा जा रहा था.