साइकिल से संसद पहुंचने वाले सांसदों में से तीन के मंत्री बन जाने के बाद अब पार्लियामेंट कोर्टयार्ड में साइकिल की सवारी जैसे थम-सी गई है। वे सिक्युरिटी रीजन्स का हवाला देकर लालबत्ती कार से पार्लियामेंट पहुंच रहे हैं। हालांकि मनसुखभाई मांडविया अभी भी साइकिल से ही आ रहे हैं।
बता दें कि इसी महीने हुए मोदी कैबिनेट के विस्तार में राज्यसभा सदस्य अनिल माधव दवे, मनसुखभाई मांडविया तथा लोकसभा सदस्य अर्जुनराम मेघवाल मिनिस्टर बन गए। ये तीनों साइकिल से संसद पहुंचने के लिए जाने जाते थे।
दवे, मेघवाल ने साइकिल की सवारी छोड़ दी है। हालांकि, पार्लियामेंट कोर्टयार्ड में अब भी रोड ट्रांसपोर्ट और हाईवे स्टेट मिनिस्टर मनसुखभाई मांडविया की साइकिल दिख रही है।
राज्यसभा के मनोनीत सदस्य केटीएस तुलसी भी साइकिल से संसद आते हैं, लेकिन 18 जुलाई से शुरू मॉनसून सेशन में उनकी भी साइकिल नहीं दिखी है।
जिसने की शुरुआत, उन्होंने छाेड़ा साइकिल का साथ
अर्जुन मेघवाल ने ही साइकिल से संसद आने की शुरुआत की थी। उनका लक्ष्य 16वीं लोकसभा खत्म होते होते कम-से-कम 16 सांसदों को साइकिल की सवारी कराने का था। लेकिन वित्त राज्यमंत्री बनने के बाद मेघवाल का कहना है कि उनकी पसंदीदा सवारी साइकिल ही है पर सिक्युरिटी रीजन्स व वक्त की कमी को देखते हुए उन्हें अब कार की सवारी करनी पड़ रही है।
ये नहीं छोड़ेंगे साइकिल की सवारी
नर्मदा की साफ-सफाई का अभियान चलाने वाले पर्यावरण और वन राज्य मंत्री अनिल माधव दवे भी कार से संसद पहुंचने लगे हैं। लेकिन मनसुखभाई मांडविया का साइकिल प्रेम अभी नहीं छूटा है। उन्हें भी सिक्युरिटी एजेंसियों ने साइकिल की सवारी छोड़ने की सलाह दी है। उन्होंने तय किया है कि वे कभी कार से ताे कभी साइकिल से संसद पहुंचा करेंगे।