नई दिल्ली : वैसे बीजेपी और मनसे एक दूसरे के खिलाफ खूब बयानबाज़ी करें लेकिन महाराष्ट्र में दोनों को एक दूसरे से जबरदस्त हमदर्दी है. पिछले 15 दिन से एमएनएस के गुंडे मुंबई की सड़कों पर रेहड़ी वालों से मारपीट कर रहे थे.
उनकी रेहड़ी और दुकानों को तोड़ रहे थे तो सरकार चुप थी. अब जब रेहडी वालों ने राज ठाकरे के गुंडों की तुड़ैय़ा कर दी तो पुलिस एचैमक सक्रिय हो गई है. कार्यकर्ताओं की पिटाई के मामले में 7 हॉकर्स को गिरफ्तार किया गया है. सभी हॉकर्स के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 यानी हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है.
कांग्रेस नेता संजय निरुपम पर बिना इजाजत सभा करने और फेरीवालों को भड़काने को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है. कल मलाड में फेरीवालों ने एमएनएस कार्यकर्ताओं की पिटाई की थी. एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे आज घायल कार्यकर्ताओं से अस्पताल पहुंचे. मामले में इसके साथ ही एमएनएस के 18 कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
दर असल शिवसेना और मनसे की गुंडागर्दी दुनिया में जाहिर है लेकिन उन्हें हिम्मत दिलाई कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने दरसअल संजय निरुपम कल दोपहर करीब एक बजे अपने पूरे दल-बल के साथ मुंबई में फेरीवालों से मिलने पहुंचे. इस दौरान वो कई बार MNS और बीजेपी को ललकारते नज़र आए. भीड़ में संजय निरुपम ने कहा कि आत्मरक्षा में कानून हाथ में लेना पड़े तो लो लेकिन गुंडों से मार मत खाओ.
संजय निरुपम की सभा खत्म होते ही MNS कार्यकर्ता एक बार फिर से मलाड स्टेशन पर फेरीवालों के बीच पहुंचे. लेकिन रेहड़ी वाले इस बार जोश में थे. फेरीवालों ने MNS कार्यकर्ताओं की बीच बजार पिटाई कर दी.
मारपीट के दौरान MNS का एक कार्यकर्ता सुशांत मालवदे बुरी तरह घायल हो गया. एमएनएस के नेता इस घटना के लिए संजय निरुपम के बयान को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.