मीडिया के बगैर जनता से जुड़ने का केजरीवाल का फॉर्मूला, इस अमोघ अस्त्र की कोई काट नहीं

नई दिल्ली: भारत में लगातार मीडिया पर सरकारी दबाव और उसके एक पार्टी विशेष के दवाब और प्रभाव में होने के आरोप लगते रहे हैं. हालात ये हैं कि विपक्षी पार्टियों को मीडिया पर जगह नहीं मिल रही. मीडिया विश्लेषकों का कहना है कि जय शाह वाली खबर पर चर्चा चैनलों पर ‘ऊपर के आदेश’ से बंद कर दी गई. हाल ही में कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि अमित शाह की छत्तीसगढ़ यात्रा के दौरान पार्टी का पूरे पेज का विज्ञापन भी नहीं छपा. सभी अखबारों को सरकार से खबर आ गई थी कि ये विज्ञापन छपा तो सरकार से विज्ञापन नहीं मिलेगा.

इन हालात के बीच विपक्षी पार्टियां नये नये तरीके निकाल रही हैं. आम आदमी पार्टी इनमें सबसे आगे है. कुछ महीने पहले आम आदमी पार्टी ने बगैर मीडिया की प्रेस कांफ्रेंस का प्रयोग किया था. इस प्रयोग में प्रेस कांफ्रेस फेसबुक पर लाइव की गई और जनता को सीधे सवाल पूछने का मौका दिया गया. यानी जनता और नेता मीडिया गायब.

आम आदमी पार्टी सरकार जनता संवाद के लिए अनोखे तरीके अपनाने के लिए पहचानी जाती है. चाहे वो मोबाइल या एसएमएस से राय लेना हो या ईमेल के ज़रिए सुझाव इकट्ठे करना हो. अब आम आदमी पार्टी ने नया तरीका निकाला है. ‘आप’ सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल अब दिल्ली वालों को सीधे चिट्ठी लिखकर समस्या पूछ रहे हैं.

आम आदमी पार्टी पहले भी यह कहते आई है कि सरकार की उपलब्धियां जनता तक मजबूत तरीके से नहीं पहुंच पा रही है. साथ ही एमसीडी चुनाव के बाद मुख्यमंत्री और पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल का सारा फोकस दिल्ली पर है. इससे पहले केजरीवाल अपने मंत्रियों और विधायकों को रोजाना एक घंटे जनता से मिलकर समस्या का समाधान करने का आदेश भी दे चुके हैं. सूत्रों की मानें तो दिल्लीवालों के साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का चिट्ठी संवाद लगातार चलता रहेगा.

इस अभियान में मुख्यमंत्री ने तीन चरण में जनता से संवाद करेंगे. इस अभियान के पहले चरण में सीएम अरविंद केजरीवाल ने ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत स्कूल में दाखिला पाने वाले बच्चों के 31 हजार अभिभावकों और दिल्ली विद्युत बोर्ड के 21 हजार पेंशनर्स के घर चिट्ठियां भेजी हैं. चिट्ठी भेजने का एक मकसद जनता से सीधा संवाद कर सरकार की उपलब्धियों को गिनाना है.

मुख्यमंत्री दफ़्तर के मुताबिक पहला चरण खत्म होने के बाद नवंबर से शुरू होने वाले दूसरे चरण में 5 लाख वृद्ध और दिव्यांग पेंशनधारकों को चिट्ठी भेजी जाएगी. सूत्रों के मुताबिक साल ख़त्म होने से पहले तीसरे चरण में स्कॉलरशिप पाने वाले 10 लाख छात्रों से चिट्ठी के ज़रिए संवाद होगा.

अशोक विहार में रहने वाले नवीन कुमार के बच्चे को एडब्ल्यूएस के तहत प्राइवेट स्कूल में दाखिला मिला है. नवीन कुमार को भेजी चिट्ठी में मुख्यमंत्री ने लिखा है ‘आपके बच्चे मुस्कान यादव का एक अच्छे प्राइवेट स्कूल में दाखिला हुआ, इसके लिए बहुत-बहुत बधाई. आज कल के जमाने में अच्छे स्कूल में दाखिला करना बड़ा मुश्किल है. एक जमाना था जब स्कूलों में दाखिले के लिए दलालों को हजारो रुपये देने पड़ते थे और धक्के खाने पड़ते थे. हमारी सरकार ने इस व्यवस्था को ठीक किया है. मैं आपसे पूछना चाहता हूं- आपको अपने बच्चे का दाखिला कराने के लिए किसी को पैसे तो नहीं देने पड़े?’

केजरीवाल ने लिखा है कि ‘अपने बच्चे की पढ़ाई पर खूब ध्यान देना. इसे अच्छी शिक्षा देकर बाद नाम कमाना है. यह सब इसलिए हो पाया क्योंकि अब दिल्ली में ईमानदार सरकार है. हम हर सरकारी काम में पैसा बचा रहे हैं. सरकारी कामों में रिश्वतखोरी कम की है. इससे खूब पैसा बचने लगा है. उसी से हम आपकी इतनी सेवा कर पा रहे हैं. हमारी सरकार बच्चों की पढ़ाई पर खास ध्यान दे रही है. कभी किसी चीज की ज़रूरत हो तो बेहिचक मुझे बताना.’

इसके अलावा सुल्तानपुरी में रहने वाले काली चरण को भी सीएम केजरीवाल ने चिट्ठी भेजी है. दिल्ली विद्युत बोर्ड के पेंशनधारक काली चरण को सीएम ने लिखा है ‘जो परिवार अपने बुजुर्गों का सम्मान नहीं करता और उनका ख्याल नहीं रखता उस परिवार और समाज का विनाश निश्चित है. आपकी दिल्ली सरकार अपने बुजुर्गों और पेंशनधारकों का सम्मान करती है. पेंशनधारकों की अनेक समस्याओं का समाधान लड़ने की हमने कोशिश की है. मुझे अपना बेटा समझना और कभी कोई परेशानी आए तो तुरंत मुझे याद करना.’