नई दिल्ली : इससे पहले दिल्ली की धुंध में ये खबर खो जाए, इसे दूसरों के साथ ज़रूर शेयर करें मीडिया अभी ऑडईवन में व्यस्त है घोटालों के लिए समय किसके पास है. खबर मोदी के खास गुजरात के सीएम विजय रूपाणी से जुड़ी है. गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने शेयर का दाम बढ़ाने के लिए घपला किया और इस घपले में दोषी पाये जाने के कारण विजय रूपाणी को बाकायदा जुर्माना भरना होगा. खबर में आगे बढ़ने से पहले आपको बता दें कि राहुल गांधी ने बाकायद इस मुद्दे को उठा लिया है और ट्वीट किया है कि न खाऊंगा न खाने दूंगा, शाह-जादा, शौर्य और अब विजय रूपाणी.
गुजरात के मुख्यमंत्री की कंपनी में हेरफेर पर सेबी की ओर से लगाए गए जुर्माने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने विजय रूपाणी को घेरा है. राहुल ने ट्वीट कर कहा कि ये ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा की कहानी’ है. बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनावों से ठीक पहले सेबी ने राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की कंपनी पर 15 लाख का जुर्माना लगाया है.
सेबी के आदेश अनुसार, जनवरी से लेकर जून 2011 में रूपाणी की कंपनी की ओर से ये हेर-फेर किया गया है. रूपाणी को यह जुर्माना 45 दिनों में देना होगा. रूपाणी की कंपनी पर सारंग केमिकल्स की कंपनी के साथ व्यापार में हेर-फेर का आरोप है. नोटिस में लिखा गया है कि रुपाणी की कंपनी उन 22 कंपनियों के कार्टेल का हिस्सा थी जो अपने शेयर का दाम बढ़ाने के लिए एक-दूसरे के शेयर खरीद लेते थे
सेबी ने 22 कंपनियों पर कुल 6.9 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है, जिनमें से एक विजय रूपाणी की कंपनी है. मई 2016 में सेबी ने एक नोटिस जारी कर कहा था कि ये 22 कंपनियों ने सेबी के एक्ट का उल्लघंन किया है.
आपको बता दें कि गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. गुजरात के नतीजे हिमाचल के साथ ही 18 दिसंबर को आएंगे. भारतीय जनता पार्टी ने विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. पहले ही पार्टी पाटीदार आंदोलनों के कारण भारतीय जनता पार्टी बैकफुट पर है. अब विजय रूपाणी का मामला पार्टी के गले पड़ रहा है.
ध्यान रहे कि 2014 के चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपीए सरकार के भ्रष्टाचार पर निशाना साधते हुए कहा था कि बीजेपी सरकार आने पर ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा’