जयपुर : आपको पहलूखान की हत्या का मामला याद होगा. अलवर में पहलू खान नाम के एक शख्स को गो-गुंडों ने पीट पीट कर मार दिया था . गौरक्षकों ने अलवर में पहलू खान को पीट-पीट कर मार दिया. मामले का वीडियो भी था इसके बावजूद राजस्थान पुलिस ने पहलू खान के हत्या के सभी आरोपियों को क्लीन चिट दे दी थी. वसुंधरा सरकार की इस ‘जांच’ का नतीजा ही है कि फिर में मामला सामने आ गया है.
राजस्थान के अलवर जिले से पिकअप में गाय लेकर भरतपुर के घाटमिका गांव जा रहे दो मुस्लिम गोपालकों के साथ शनिवार देर रात मारपीट की गई और फिर उनको गोली मारी गई.
इस हमले में एक युवक उमर खान की मौत हो गई है, जबकि घायल ताहिर का हरियाणा के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. मामले की सूचना के बाद बड़ी संख्या में मेव समाज के लोग अलवर के राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय पहुंचे.
मेव समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस के साथ हिंदूवादी संगठन के लोगों ने गाय लेकर जा रहे मुस्लिम युवकों के साथ मारपीट की. इनकी गोली मार कर हत्या की गई और अंग-भंग किया गया. मेव समाज के लोगों ने मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. फिलहाल मामले की रिपोर्ट गोविंदगढ़ थाने में दर्ज की जा रही हैं.
इससे पहले अक्तूबर महीने में राजस्थान के अलवर जिले के किशनगढ़ बास थाना क्षेत्र के अंतर्गत साहूबास निवासी मुस्लिम गोपालक सुब्बा मेव पुत्र नसरू खां और उनकी पत्नी से कथित गोरक्षकों ने जबरस्ती 51 से अधिक गायों को मुस्लिम गोपालक से छीनकर बम्बोरा गोशाला में पहुंचा दिया था. इसमें भी पुलिस की मिलीभगत सामने आई थी.