इस देश में इस समय भूखे हैं एक करोड़ 70 लाख लोग, संयुक्त राष्ट्र भी लाचार

नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र के अनुसार यमन में दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय संकट पैदा हो गया है, जहां एक करोड़ 70 लाख लोगों को भोजन की जरुरत है जिनमें से 70 लाख लोग अकाल के खतरे में जी रहे हैं. यमन हैजा की भयंकर बीमारी की चपेट में भी है. वहां करीब 10 लाख लोग बीमार हैं और 2,200 लोग मारे जा चुके हैं.

सऊदी अरब के राजदूत अब्दुल्ला अल-मोयुआलिमी को लिखे पत्र में गुतारेस ने गठबंधन से अनुरोध किया कि वह संयुक्त राष्ट्र के विमानों को सना और अदन के लिए उड़ान भरने की मंजूरी दें तथा विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र में हुदयदा तथा सलीफ के अहम बंदरगाहों को फिर से खोले. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख की ओर से सऊदी अरब के राजदूत से सीधी अपील करना यह दिखाता है कि यमन के मानवीय संकट को लेकर ङ्क्षचता बढ़ रही है.

पत्र में गुतारेस ने हुदीदा बंदरगाह पर जांच कड़ी करने को लेकर बातचीत के लिए संयुक्त राष्ट्र का एक दल रियाद भेजने की पेशकश दी. गठबंधन की दलील है कि हुदयदा बंदरगाह पहुंचने वाले जहाजों का इस्तेमाल हूती विद्रोहियों को हथियारों की तस्करी करने के लिए किया जाता है.

इससे पहले संयुक्त राष्ट्र की तीन एजेंसियों के प्रमुखों ने चेताया था कि भोजन और दवा जैसी महत्वपूर्ण वस्तुओं की आपूर्ति के बिना हजारों निर्दोष पीड़ित मारे जाएंगे जिनमें कई बच्चे भी शामिल हैं.