कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ गैर-पंजीकृत संस्था है और उसे वार्षिक रुप से मिलने वाले धन, विशेष रुप से ‘गुरु पूर्णिमा धन’ की जानकारी सार्वजनिक करने को कहा. आरएसएस की कार्यप्रणाली पर दिग्विजय पहले भी सवाल खड़ा करते रहे हैं.
आरएसएस की राशि का कोई लेखा जोखा नहीं
समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ”एक गैर पंजीकृत संगठन को प्रतिबंधित करने का कोई सवाल ही नहीं है… आपने बार-बार आरएसएस को प्रतिबंधित करने की मांग की है, आपको पता है आरएसएस पंजीकृत संगठन नहीं है.” उन्होंने कहा, ”वे (आरएसएस) गुरु पूर्णिमा को बडी राशि एकत्र करते हैं, जसिका कोई लेखा-जोखा नहीं होता। गुरु दक्षिणा के रुप में आरएसएस को कितना धन मिलता है? उसका क्या कभी कोई हसिाब लिया गया है?”
कहां से आता है आरएसएस का पैसा?
दिग्विजय ने कहा, ”क्योंकि गैर-पंजीकृत संगठन आरएसएस कसिी अधिनियम के तहत नहीं आता है. यह धन कहां जाता है? इसका खुलासा आरएसएस को करना चाहिए. ” गुजरात के उना में मृत गाय की चमडी उतारने पर दलितों की पिटाई के मामले पर सवाल करने पर, दिग्विजय ने दावा किया कि हमले के लिए जिम्मेदार संगठन भी पंजीकृत नहीं है और उसके सदस्य ”स्थानीय पुलसि की शह से धन उगाहने वाले गुंडे हैं.” उन्होंने कहा, ”आप ऐसे संगठन को कैसे प्रतिबंधित कर सकते हैं? पंजीकृत संगठन कहां हैं? क्या उन्हें कानून के तहत नैतिक पुलसििंग का अधिकार दिया गया है? क्या उनके पास जसिे मन में आए पीटने का अधिकार है?”