नई दिल्ली: शीला दीक्षित को लेकर यूपी चुनाव में कांग्रेस ने बड़ा दांव खेला है. 78 साल की शीला को यूपी में कांग्रेस ने सीएम उम्मीदवार घोषित किया है. इस माहौल में उनके बेटे औऱ कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित को खुश होना चाहिए कि मां दिल्ली की सीएम रहीं. अब यूपी की सीएम भी बन सकती हैं लेकिन ऐसा नहीं है.
उन्होंने अजय माकन का नाम लिए बगैर कहा कि शीला दीक्षित को बदनाम करने के लिए खुद कांग्रेस के नेताओं ने सीएजी की गलत रिपोर्ट मीडिया में प्लांट कराई . कहा गया कि कॉमनवेल्थ गेम्स में घोटाला हुआ है जबकि हकीकत इसके उलट थी. उन्होंने कहा कि वाटर टैंक घोटाला भी कांग्रेस के कुछ नेताओं की शरारत के कारण ही सुर्खियों में आया.
अपने ब्लॉग में संदीप दीक्षित में भड़ास निकाली है. राहुल गांधी, अजय माकन पर निशाना साधा है. संदीप ने कहा है कि कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व मुझे पसंद नहीं करता क्योंकि मैं बागी स्वभाव का हूं. संदीप दीक्षित ने संकेत दिया है कि वो विकल्प की तलाश में हैं. लेकिन कहां ?
संदीप दीक्षित ने अपने ब्लॉग में लिखा, “कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व के बारे में मुझे बताया गया है कि बागी स्वभाव के कारण मुझे पसंद नहीं किया जाता. मैं क्या करूं ? दिल्ली कांग्रेस में ऐसे नेतृत्व को स्वीकार नहीं कर सकता जिसका पूरा जोर शीला दीक्षित को खारिज करने पर रहा हो.”
विकल्प के बारे में संदीप दीक्षित ने लिखा, ”अब विकल्प बचता है बीजेपी या आप. आप में ऐसे व्यक्तियों का नेतृ्व है जिसने शीला दीक्षित पर गलत आरोपों से हमनले किए. अब मैं ऐसे मवेशी की तरह घास की तलाश करूंगा जहां मुझे सम्मान मिले, मेरा आत्म सम्मान बरकरार रहे.”
बीजेपी के बारे में संदीप दीक्षित ने लिखा, ”बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जहां सिर्फ एक व्यक्ति को ही पूजा जाता है. मैं लोकतंत्र में विश्वास रखने वाला हू्ं”