गुड़गांव में बच्चों के स्कूल की छुट्टियां करके, लोगों को गुड़गांव न आने की सलाह देकर, लोगों को मेट्रो इस्तेमाल करने की सलाह देकर और धारा 144 लगाकर गुड़गांव के जाम को फिलहाल काबू कर लिया गया है. अब हम आपको बताते हैं कि जाम के दौरान क्या क्या हुआ. बहुत कम शब्दों में.. क्यों कि पिक्चर अभी बाकी है शाम को फिर बारिश होनी है और फिर से लोगों को दफ्तर से घर लौटना है.
गडकरी ने NHAI को दिए निर्देश
जाम के मद्देनजर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष से बात की है. मंत्री ने निर्देश दिया है कि एनएचएआई के अधिकारियों को तत्काल एनएच-8 पर भेजा जाए. इसके साथ ही प्राधिकरण के दल को राज्य के कर्मचारियों के साथ मिलकर जाम हटाने में मदद करने को कहा गया है. एनएचएआई के चेयरमैन डवलपमेंट पर रिपोर्ट बनाकर गडकरी को सौंपेंगे.
…और वापस ऑफिस चला गया
अकाउंटिंग पेशेवर अजय प्रताप ने बताया, ‘मैं कल (गुरुवार) शाम सात बजे ऑफिस से निकला. मैं पांच घंटों में सिर्फ 500 मीटर की दूरी ही तय कर सका. इसके बाद मैंने सड़क पर अपनी कार खड़ी की और वापस ऑफिस जाने का फैसला किया.’
ट्रक की छतों पर गुजरी रात
गुड़गांव की सभी प्रमुख सड़कों दिल्ली-जयपुर हाइवे, हीरो होंडा चौक, एनएच-8 पर जाम की वजह से गाड़ियां रेंग रही हैं. जाम में फंसे लोगों का हाल बुरा है. भूख, प्यास और थकान से बेहाल लोगों को पूरी रात सड़क पर गुजारनी पड़ी. कई लोगों ने ट्रक की छतों पर रात काटी. जाम के कारण नाइट शिफ्ट वाले ऑफिस नहीं पहुंच पाए, वहीं गुरुवार शाम की शिफ्ट करने वाले ऑफिस से घर नहीं पहुंच पाए.
सीएम खट्टर का गुड़गांव दौरा रद्द
एक ओर जहां सड़क पर लोगों की सब्र का बांध टूट रहा है, वहीं प्रशासन यातायात सुचारू करने के लिए मशक्कत कर रही है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी पहले हालात का जायजा लेने के लिए गुड़गांव आने वाले थे, लेकिन अब चंडीगढ़ से खबर आई है कि उनका दौरा रद्द हो गया है. वह गुड़गांव में जाम की हालात पर अपने कार्यालय से नजर बनाए हुए हैं.
हटाई जा रही हैं सड़क पर खराब पड़ी गाड़ियां
गुड़गांव पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि नेशनल हाइवे नंबर-8 और सोहना रोड पर जाम लगा हुआ है. जलजमाव और गाड़ियों के ब्रेकडाउन के कारण कई जगह ट्रैफिक धीमा है. सड़क पर खराब पड़ी गाड़ियों को हटाने का काम भी प्रशासन की ओर से किया जा रहा है. गुड़गांव से मानसरोवर जयपुर की ओर पूरी तरह से ब्लॉक है. यहां तक की गुड़गांव शहर के अंदर के चौक तो पूरी तरह से जाम हैं.
दोषियों पर होगी कार्रवाई
शहर में धारा 144 भी लगा दी गई है. डीसीपी सत्यप्रकाश ने बताया कि जो भी जाम के लिए दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और 3 दिन में सड़कों की हालत में सुधार के निर्देश दिए गए हैं.
इधर जाम उधर सियासत
गुड़गांव जाम पर सियासत भी शुरू हो गई है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुड़गांव जाम के लिए सीधे केंद्र और बीजेपी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने ट्वीट कर जाम में एंबुलेंस के फंसने को लेकर भी चिंता जताई. हालांकि लोगों ने डिवाइडर पर लगे ग्रिल को तोड़कर एंबुलेंस को बाहर निकाल लिया.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने ट्वीट किया, ‘बीजेपी ने जैसे ही ठीकरा दूसरों के सिर पर फोड़ा और गुड़गांव जाम हो गया. आवाजाही करने वालों के लिए कितनी परेशानी का वक्त है, खास तौर पर जाम में घंटों फंसे एंबुलेंस के लिए.’
‘जुमलों से जाम नहीं खुलेगा’
वहीं, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘गुड़गांव का नाम गुरुग्राम रखने से विकास नहीं होता. विकास के लिए योजनाएं बनाना और उन पर अमल करना जरूरी होता है. जुमलों से जाम नहीं खुलेगा.’