अरनव गोस्वामी की पत्रकारिता की शैली की पहली अग्नि परीक्षा जाकिर नायक के हाथों होने वाली है. अरनव गोस्वामी ने टाइम्स नाउ के साथ एक नयी शैली शुरू की थी जिसके तहत खबर को संतुलित रखने की जगह जिसे सही माना जाता था उसको पक्ष में पूरी ताकत लगा दी जाती है.
ऐसी खबरें उस पक्ष के लोग बेहद पसंद करतो हैं जिसो सही बताया जाता है. लेकिन खबरें निष्पक्ष न होने के कारण कुछ जानकार इसे पत्रकारिता को बेसिक्स के खिलाफ मानते हैं.
अर्नव की इस शैली के लिए चुनौती पेश की है. इस्लामिक उपदेशक जाकिर नायक ने. नायक ने टाइम्स नाऊ और इसके एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को 500 करोड़ रुपये की मानहानि का नोटिस भेजा है.
नाईक ने यह नोटिस उनके खिलाफ हेट कैंपेन और मीडिया ट्रायल चलाने के खिलाफ भेजा है.
जाकिर नाईक के वकील मुबीन सोलकर की ओर से भेजे गए नोटिस में चैनल पर धार्मिक समुदायों के बीच बैर और घृणा फैलाने और नाईक व मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाया है.
गौरतलब है कि इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक इस समय विदेश में हैं. केंद्र और महाराष्ट्र सरकार की एजेंसियां उनके पीस टीवी और भाषणों की जांच कर रही हैं कि क्या वो किसी तरह से भड़काऊ हैं.
इसके अलावा ढाका हमले से जुड़े कुछ आतंकी जाकिर नाईक से प्रेरित थे. इसके बाद से जाकिर नाईक पर शिकंजा कस गया था. बांग्लादेश सरकार ने भी नाईक की पीस टीवी पर बैन लगा दिया था. इन आरोपों के बाद नाईक भारत नहीं लौटे और वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मीडिया से बात की. उन्होंने भारत में अपने ऊपर मीडिया पर ट्रायल चलाए जाने का भी आरोप लगाया. हालांकि उन्होंने पहली बार किसी न्यूज चैनल को नोटिस भेजा है.
इसके अलावा बीते दिनों महाराष्ट्र एटीएस और केरल पुलिस ने जाकिर नाईक के साथी अर्शिद कुरैशी को जबरन धर्मांरण के मामले में गिरफ्तार किया था. नाईक के संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) पर सऊदी अरब से गैरकानूनी तरीके से धन लेने का भी आरोप है.
इस नोटिस के बाद अब अर्नब गोस्वामी को या तो माफी मांगनी पड़ेगी या मुकदमा झेलना पड़ेगा.