नई दिल्ली : इंडियन एयरफोर्स के हैडक्वाटर में सेंध लगाने में पाकिस्तान कामयाब हो गया. एयरफोर्स को वक्त रहते इसकी खबर लग गई और जासूसी के आरोप में एक ग्रुप कैप्टेन को गिरफ्तार कर लिया गया. सेंध लगाने के लिए दुनिया का जासूसी का सबसे पुराना हथियार इस्तेमाल किया गया. आईएसआई का एक एजेंट लड़की बनकर 51 साल के ग्रुप कैप्टेन अरुण मारवाह से चैट करता था और अश्लील मैसेज भेज भेज कर उसने मारवाह को शीशे में उतार लिया.
इस फर्जी लड़की के चक्कर में मारवाह इतना फंस गया कि उसकी हर बात मानने लगा. लड़की के रूप में पूरी तरह अपने जाल में फंसाने के बाद आइएसआइ एजेंट ने उनसे कई गोपनीय दस्तावेज की मांग की. आरोप है कि उन्होंने कुछ गोपनीय दस्तावेज उसे मुहैया करा दिए.
कुछ हफ्ते पहले एयरफोर्स के वरिष्ठ अधिकारियों मिली तो तो उन्होंने आंतरिक जांच बैठा दी. जांच में मारवाह को जासूसी में शामिल पाए जाने पर एयरफोर्स के वरिष्ठ अधिकारियों ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक को चिट्ठी लिखी. पटनायक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल सेल को इसकी जांच सौंप दी.
स्पेशल सेल ने बृहस्पतिवार सुबह मुकदमा दर्ज कर मारवाह को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही दोपहर बाद पटियाला हाउस कोर्ट स्थित मुख्य महानगर दंडाधिकारी दीपक सहरावत की अदालत में पेश कर उन्हें पांच दिन की रिमांड पर ले लिया. स्पेशल सेल ने आरोपी का मोबाइल जब्त कर लिया है. स्पेशल सेल उनसे पूछताछ कर लड़की बनकर भेंट करने वाले आइएसआइ एजेंट व कौन-कौन से गोपनीय दस्तावेज उसे मुहैया कराए गए हैं, इस बारे में पता लगा रही है.