नई दिल्ली : त्रिपुरा में लेफ्ट की सरकार जाते ही केरल वाला माहौल बन गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी कार्यकर्ता राज्य में कई जगह सीपीआई(एम) की दफ्तरों में तोड़फोड़ मचा रहे हैं. आपको बता दें कि त्रिपुरा में बीजेपी की शानदार जीत के बाद वामपंथी ताकतें केरल तक सिमट कर रह गई हैं. केरल में भी संघ के कार्यकर्ताओं के साथ लेफ्ट की हिंसक झड़प की खबरें आती रहती हैं. कई लोग इसमें घायल हो चुके हैं.
बीजेपी ने त्रिपुरा में 25 सालों से जारी वामपंथी शासन को खत्म करके जीत हासिल की है. पार्टी क जीत के बाद से ही बिशालगढ़, मोहनपुर, अमरेंद्रनगर, सबरूम, मेलागढ़, खोवाइर्, जीरानिया, खोमलुंग, बेलोनिया, रामनगर(अगरतला) और साउथ रामनगर(अगरतला) में तोड़फोड़ और मारपीट की कई घटनाएं सामने आई हैं.
सीपीआई(एम) सांसद शंकर प्रसाद दत्ता ने बताया कि उनके कैडरों पर हमले किए जा रहे हैं. उनके घरों और दफ्तरों में तोड़फोड़ की जा रही है. साथ ही उनके साथ राज्य में कई जगहों पर काफी मारपीट हो रही है. यह काफी चिंता का विषय है.
आपको बता दें कि त्रिपुरा में 60 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी ने 35 सीटों पर जीत दर्ज की है, व
हीं सहयोगी आईपीएफटी की झोली में 8 सीटें आई हैं. माणिक सरकार के नेतृत्व में वाम मोर्चे को केवल 16 सीटें मिली हैं. साथ ही पूर्वोत्तर के बाकी दोनों राज्यों- मेघालय और नगालैंड में हुए चुनावों के बाद केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी इन राज्यों में भी सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाने जा रही है. ऐसे में बीजेपी अपने सहयोगी दलों के साथ जल्द ही 21 राज्यों में सरकार में होगी.