हिंगोनिया गोशाला के बड़े सच का शनिवार को खुलासा हुआ। सरकारी लापरवाही के चलते भाजपा शासन के ढाई वर्षों के दौरान गोशाला में 27 हजार गायों की मौत हो चुकी है। यानी हर माह में 900 या यूं कहें प्रतिदिन 30 गायों ने पूरे ढाई साल तक भूख, प्यास और बीमारी से दम तोड़ा।
शनिवार को गोशाला प्रशासन से मिले यह आंकड़े देखकर मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, मंत्री प्रभुलाल सैनी और एसीबी अधिकारी देखकर चौंक गए। अधिकारियों ने माना कि गोशाला में बाड़े, नाली और सड़क बनाने में लापरवाही बरती गई। इसी से हालात बिगड़े।
कल ही प्रधानमंत्री मोदी ने गायों की दुर्दशा और उनकी रक्षा के नाम पर असामाजिक तत्वों की गुंडागर्दी पर चिंता जताई थी.