अगर आप लोग लीबिया और सीरिया में हस्तक्षेप कर सकते हैं तो फिर पाकिस्तान में क्यों नहीं। लोग समझ नहीं सकते कि यहां माहौल कितना खराब है। लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ रहा है।’ ये बयान है पाकिस्तान के बलूच नेता बरहुमदाग बुगती का, उन्होंने बांग्लादेश के अलग होने का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसा रोल भारत ने बांग्लादेश के विभाजन के वक्त निभाया था उसे अब भी वैसा की करना चाहिए। बुगाती ने कहा, ‘वे (पाकिस्तानी) हमें आतंकी कहते हैं। वे कहते हैं कि हमें भारत से सपोर्ट मिल रहा है। वे लोग लगातार हम लोगों पर नजर रखते हैं।
बुगती ने भारत और प्रधानमंत्री मोदी से बलूच के मामले में हस्तक्षेप करने की गुजारिश की है। बरहुमदाग बुगती ने रविवार (14 अगस्त) को भारतीय न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान कहा कि वह चाहते हैं कि भारत पाकिस्तान से उनको अलग करवाने की आवाज उठाए।
बरहुमदाग जो कि मशहूर बलूच नेता दिवंगत अकबर खान बुगती के पोते हैं उन्होंने आगे कहा, ‘बलूच के लोग लगातार पाकिस्तान से अपने आपको बचाने की कोशिश कर रहे हैं। पाकिस्तान आर्मी के लोग हमारे गांवों पर बम से हमला करते हैं। वे हमें आतंकी बताते हुए कहते हैं कि हम लोगों को भारत और नाटो से सपोर्ट मिल रहा है। यहां आर्मी का जुर्म पिछले 5 सालों में बढ़ गया है। यह मुशर्रफ के वक्त में शुरू हुआ था और अबतक चल रहा है।’