यह मामला सोमवार (1 अगस्त) कहा है। उस दिन पटनाक को अपने घर से ओडिशा की उत्कल यूनिवर्सिटी जाना था। वहां पर पटनायक को एक स्पोर्ट्स कॉम्लेक्स और दो हॉस्टलों का लोकार्पण करना था। इसके लिए पटनायक के घर से लेकर उत्कल यूनिवर्सिटी तक के पूरे रास्ते पर पुलिस का पहरा लगा दिया गया। पटनायक के निकलने से एक घंटे पहले 5 किलमीटर के इस सफर की बीच में पड़ने वाली हर दुकान को भी बंद करवा दिया गया था। पटनायक की सुरक्षा के लिए उस दिन पुलिस की 30 पलटन और 60 अधिकारी लोग तैनात थे।
किस बात का डर: दरअसल इस यूनिवर्सिटी के साथ पटनायक की यादें अच्छी नहीं रही हैं। इससे पहले फरवरी 2015 में जब पटनायक वहां गए थे तब NSUI के राज्य अध्यक्ष सत्यजीत पटनायक ने उनकी गाड़ी पर अंडे फेंककर अपना विरोध जताया था। इसके लिए सत्यजीत को पांच दिन जेल में काटने पड़ी थी। इस बार ऐसा कुछ ना हो इसके लिए तैयारियां की गई थीं। इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के मुताबिक, पटनायक के वहां पहुंचने से पहले छात्र कांग्रेस (NSUI) और एबीवीपी (ABVP) के कुछ लोगों को पकड़ भी लिया गया था। माना जा रहा था कि वह कार्यक्रम के दौरान सीएम को काले झण्डे दिखा सकते हैं। पुलिस ने इसस बारे में बताया था कि उन्हें इंटेलिजेंस रिपोर्ट मिली थी कि ऐसा कुछ हो सकता है।
वहीं, विपक्षी पार्टियों ने इस मामले को लेकर पटनायक पर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रमुख प्रसाद हरिचंदन ने कहा, ‘क्या किसी को अंडे पड़ने से मरते देखा है? असल में पटनायक लोगों से सामने जाने से डरते हैं।’