कहा जाता है कि कभी कभी जुबान पर सरस्वती बैठी होती है नितिन गडकरी की जुबान पर सरस्वती बैठी तो उन्होंने वो कह दिया जो विपक्षी नेताओं लिए कहना भी मुश्किल था. गडकरी ने एक मराठी चैनल के इंटरव्यू मे कहा कि – ‘हम इस बात से पूरी तरह आश्वस्त थे कि हम कभी सत्ता में नहीं आएंगे, इसलिए हमने बड़े बड़े वादे कर दिए, हमें कहा गया था कि बोल दो बोलने में क्या जाता है. सत्ता में तो आने से रहे. अब हम जीत गए. हम सत्ता में हैं जनता हमें उन वादों के बारे में याद दिलाती है. हालांकि, अब हम इस पर हंस कर आगे बढ़ जाते हैं.’ गडकरी ने यह बात एक मराठी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कही है.
बता दें कि पीएम मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी रैलियों में ‘काला धन वापस लाने’ और ’15 लाख रुपये खाते में आने’ की बात कहते थे. गडकरी के इस बयान के बाद केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी बैकफुट पर आ सकती है.
इंटरव्यू के वायरल होते ही कांग्रेस ने भी इस वीडियो की क्लिप ट्विटर पर शेयर कर दी और कहा कि गडकरी ने ये साबित कर दिया है कि बीजेपी जुमले और झूठे वादों के दम पर चुनाव जीत कर सत्ता में आई है.
सही फ़रमाया, जनता भी यही सोचती है कि सरकार ने लोगों के सपनों और उनके भरोसे को अपने लोभ का शिकार बनाया है| pic.twitter.com/zhlKTrKHgU
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 9, 2018
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी गडकरी के इस वीडियो को ट्वीट किया और कहा, सही फरमाया, जनता भी यही सोचती है कि सरकार ने लोगों के सपनों और उनके भरोसे को अपने लोभ का शिकार बनाया है.
गडकरी के इस बयान से प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों को भाजपा को घेरने का मौका मिल सकता है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों अपनी चुनावी रैलियों में राफेल डील, नोटबंदी, जीएसटी के अलावा रोजगार और काला धन को लेकर किए वादों पर भी सरकार को घेर रहे हैं.