अब तक मैडल लाने के लिए खिलाड़ी अपना घर-बार, ज़मीन-जायदाद सब बेच देते थे बाद में जब मैडल मिल जाता था तो सेल्फी खिंचाने के लिए करोड़ों की रकम देने की घोषणाएं कर देते थे. लेकिन दिल्ली सरकार जो प्लान लेकर आई है उसके बाद लगता है कि चमत्कार होने वाला है.
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने साक्षी मलिक के परिवार से जो बाते कही हैं उससे लगता है कि सचमुच आने वाले समय खिलाड़ियों को दिल्ली में वो मिलेगा जो उन्हें मिलना चाहिए. सिसोदिया ने साक्षी के परिवार वालों को बड़े काम की 9 बातें बताई हैं जिससे आने वाले समय में किसी को अपनी बेटी का साक्षी मलिक की तरह का खिलाड़ी बनाने के लिए मकान नहीं बेचना पड़ेगा…
- दिल्ली के 70 स्कूल में प्राइवेट प्लेयर के साथ एक्टिविटी शुरू की है, जहां सरकारी स्कूल के बच्चे को ट्रेनिंग फ्री दी जाती है. लेकिन बाहर के बच्चों को चार्ज देना होता है.
- दिल्ली सरकार ने सीधे बचपन में खेलों को मजबूत करने पर ताकत लगाई है
- अकेडमी से निकले अच्छे बच्चों को ट्रेनिंग देंगे.
- दिल्ली में 20 से 22 स्पोर्ट्स सेंटर हैं और इनका इस्तेमाल करने के लिए ढांचा मजबूत बनाएंगे
- दिल्ली में स्पोर्ट्स यूनीवर्सिटी बन रही है
- अच्छे कोच और स्पोर्ट्स टीचर को लाने की जरूरत है.
- कुश्ती के लिए ऐसे सेंटर बनाएंगे जो बच्चों के घर के पास हों.
- कोच को भर्ती करने की योजना बनाई है, जिन्हें दिल्ली सरकार की टीम में शामिल करेंगे.
- स्पोर्ट्स का बजट बढ़ा दिया है
देखना ये होगा कि इन नयी बातों में दम है या मामला फेंकने का है लेकिन अगर सचमुच सरकार ने ये काम कर दिया तो आने वाले समय में दिल्ली हो सकता है मोहल्ला क्लीनिक की तरह इस नीति की भी वाहवाही हो जाए.