कोई नजरिया बदल सकता है ? सोच बदल सकता है ? आम ज़िंदगी में अगर आप चाहें तो शायद आपका जवाब न होगा. लेकिन अगर जानकारों से पूछेंगे तो उत्तर मिलेगा कि हां बदल सकता है ऐसे ही एक जानकार हैं कलाकार रूप चंद, जितने अच्छे कलाकार उतने ही अच्छे वक्ता. अंश फाउंडेशन के एक वेबिनार में उन्होंने बताया कि आम नजरिये को कालाकार का नजरिए कैसे बनाया जाए. वेबिनार का मीडिया पार्टनर नॉकिंगन्यूज डॉट कॉम है.
उन्होंने ने बताया कि क्रिएटिविटी हर इंसान की अपनी होती है. इसका उम्र, धन से कोई सम्बन्ध नही होता. एक बच्चे से लेकर एक आदमी तक हर किसी की अपनी विशेष सोच होती है बस उसे बाहर लाना होता है. जिसके लिए ज़रूरत होती है कि हम अपने आसपास हो रही गतिविधियों पर ध्यान दें नए लोगों से बात करें, नए विषयों पर अध्ययन करें, जितना हम हर चीज को ध्यान से देखेंगे उतना ही हम उसके अलग पहलुओं को जान सकते हैं.
क्रिएटिव सोच के लिए हमें सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना चाहिए जिससे हम नए ट्रेंड्स एवं वीडियो द्वारा कुछ नया सोच सकें. इस सेशन में अधिक मात्रा में युवाओं की भागीदारी रही यह सत्र बहुत ही लाभदायक रहा. अंश फाउंडेशन की संस्थापक अंजली गुप्ता द्वारा संगठन के फेसबुक पेज पर समय समय पर सामाजिक हित एवं बौद्धिक विकास में ऐसे वेबिनार का आयोजन कराया जाता है. जिससे लोगों की मानसिक एवं शारीरिक स्थिति को मजबूत बनाया जा सके.
इस वैबिनार को आप नॉकिंग न्यूज के फेसबुक पेज पर भी सुन सकते हैं.