न्यूयॉर्कः जितने ज्यादा पैसे आप स्मार्टफोन पर खर्च आप मोबाइल पर खऱ्च करते हैं उतना ही वो घटिया होता है. ये बात चौंकाने वाली है लेकिन इस स्टडी के बार में जानकर आप यही कहेंगे. स्टडी के मुताबिक एन्ड्राइड एप्पल के IOS से कहीं आगे निकल चुका है और एन्ड्राइड में सबसे खराब हाल सैमसंग और लेनोवो का है . वैश्विक डेटा सुरक्षा कंपनी BLANCO TECHLOLOGY GROUP के मुताबिक iOS (एपल) पर आधारित डिवाइस अगर 58 फीसदी खराब हुईं तो, जबकि एंड्रायड के स्मार्टफोन सिर्फ 35 फीसदी ही खराब हुए.
Softpedia.com ने इस अध्य्यन के हवाले से कहा कि पहली बार एपल के फोन का परफॉमेंस एंड्रायड से कमतर पाया गया. i Phone 6 की खराब होने की दर सबसे अधिक 29 फीसदी है, जिसके बाद i Phone 6s और i Phone 6s+ की बारी है. इस स्टडी में ऑपरेटिंग सिस्टम, निर्माता, मॉडल और क्षेत्र के आधार पर विफलता दर निकाली गई.
साल 2016 की पहली तिमाही में एंड्रायड डिवाइसों की विफलता दर 44 फीसदी रही. इस स्टडी में बताया गया, “सैमसंग, लेनोवो और लीटीवी के फोन सबसे ज्यादा विफल रहे. सैमसंग की विफलता दर 26 फीसदी थी तो मोटोरोला की विफलता दर केवल 11 फीसदी थी.”
iOS के डिवाइस सबसे ज्यादा नार्थ अमेरिका और एशिया में विफल पाए गए. इन देशों में बेचे गए फोन की गुणवत्ता भी इसका एक प्रमुख कारण हो सकता है.iOS के साथ सबसे प्रमुख समस्या वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्ट नहीं होना, कनेक्शन कट जाना, कम स्पीड और गलत पासवर्ड का बार-बार संकेत देना रहा.
वहीं, एंड्रायड फोन में कैमरा की खराबी, बैटरी चार्जिग की खराबी, टचस्क्रीन की खराबी और एप का क्रैश होना प्रमुख विफलता रही.इस अध्यययन के निश्कषों के मुताबिक, iOS के 50 फीसदी एप्लिकेशन क्रैश हुए जबकि एंड्रायड के महज 23 फीसदी एप ही क्रैश हुए.
iOS डिवाइसों में सबसे ज्यादा फेसबुक, इंस्टाग्राम और स्नैपचैट एप में खराबी आई.