नई दिल्ली: ओमप्रकाश के नाम से एक शिकायती पत्र बुधवार शाम तक देश के नामी गिरामी न्यूज चैनलों में पहुंच चुका था, इसके साथ ही पूरा मीडिया ओमप्रकाश के पीछे दौड़ पड़ा. एक सीडी ने इस शख्स को मामूली आदमी से मीडिया का सितारा बना दिया. सभी चैनल ओमप्रकाश के आस पास मंडरा रहे थे, अलग अलग पार्टियों के लोग भी ओमप्रकाश से सिर्फ 5 मिनट लेने के लिए बेकरार थे. महज एक सीडी के कारण एक शख्स वीआईपी बन गया था.
लेकिन जो शख्स देखते ही देखते मशहूर हो गया, लेकिन अब जब क्राइम ब्रांच जांच कर रही है तो खोदा पहाड़ निकली चुहिया .
न सीडी बनाई न केजरीवाल को चिट्ठी लिखी
ओम प्रकाश ने बयान पर बयान देकर जहां सनसनी मचाई थी वहीं उसे संदीप कुमार के सैक्स स्कैंडल और उस सीडी के बारे में कुछ पता ही नहीं है. ओमप्रकाश इस बात से भी इन्कार करता है कि उसने ये सीडी बनाई है और इस बात से भी कि उसने सीडी समेत कोई शिकायती खत अरविंद केजरीवाल को लिखा था. बुधवार रात ओमप्रकाश का बयान ये था कि 15-20 दिन पहले कुछ अनजान लोग उससे मिले थे और इस सेक्स कांड की सीडी उसे दी . इसके बाद ओमप्रकाश अचानक देश का जिम्मेदार नागरिक बन गया. ओम प्रकाश को सीडी सीएम के दफ्तर पहुंचाने का आइडिया भी खुद नहीं आया था. सीडी देने वालों ने ओम प्रकाश को कहा था कि वो केजरीवाल के कैंप ऑफिस जाकर जा के सीडी दे दे. ओम प्रकाश का दावा है कि वहां कर्मचारियों ने उसे घास नहीं डाली. इसी आधार पर उसने आरोप लगा दिया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सीडी की जानकारी करीब 15 दिन पहले से ही थी . लेकिन उन्होंने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया. आखिरकार जब बुधवार दोपहर सीडी एलजी ऑफिस में जमा की गयी तो मुख्यमंत्री ने आनन-फानन में मंत्री को बर्खास्त करने का फैसला किया.
अगले ही दिन बयान बदला
गुरूवार को ओमप्रकाश का बयान बदला हुआ था. उसने कहा कि कुछ अनजान लोगों ने ये सीडी उसे 4-5 दिन पहले दी है और दो दिन पहले ही उसने ये सीडी देखी है. सीडी में पूर्व मंत्री संदीप कुमार को आपत्तिजनक हालत में देखते हुए उसने ये जानकारी कांग्रेस के पूर्व विधायक जयकिशन को दी और दोनों एलजी ऑफिस शिकायत लेकर पहुंचे. उनके एलजी ऑफिस पहुंचने के बाद केजरीवाल ने संदीप कुमार को बर्खास्त किया. अब बात जाहिर है कि जब ओमप्रकाश सीडी देने वालों को ही नहीं जानता तो भला वो उन महिलाओं के बारे में क्या बताएगा.
अनजान की जानकारी से बवाल
अब मजे की बात ये है कि ओमप्रकाश ने ना तो सीडी बनाई है, ना ही वो संदीप कुमार को व्यक्तिगत तौर पर जानता है, ना सीडी में दिख रही महिलाओं से उसका कोई परिचय है. और तो और वो ये भी नहीं जानता कि उसे सीडी देने वाले कौन थे. आपको बता दें कि ओमप्रकाश सुल्तानपुरी से कांग्रेस का ब्लॉक प्रमुख भी है.
आप उस राजनीतिक मजबूरी की कल्पना कर सकते हैं कि कैसे केजरीवाल जैसा नेता अफरा तफरी में एक मंत्री को बर्खाश्त कर देता है वो भी ऐसी शिकायत पर जिसके शिकायतकर्ता को ही नहीं पता कि मामला क्या है.