योग: संयुक्त राष्ट्र में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विश्वस्तरीय महापर्व की शुरुआत”

21 जून को योग के वैश्विक महत्व का पर्व मनाया जाता है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का महत्वपूर्ण योगदान है। वर्ष 2023 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस नौ साल पूरा होने के अवसर पर, प्रधानमंत्री मोदी जी संयुक्त राष्ट्र में उपस्थित होंगे और 180 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों के साथ योग का अभ्यास करेंगे।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रह चुके सैयद अकबरुद्दीन ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का सफर 2014 में शुरू हुआ था। जुलाई 2014 में हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका के पहले दौरे की योजना बना रहे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने हमें यह कहकर चौंका दिया कि योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की जरूरत है।

प्रधानमंत्री मोदी ने यह दावा किया कि योग एक आध्यात्मिक, मानसिक और शारीरिक अभ्यास है, जिससे व्यक्ति स्वस्थ, सुखी और समृद्ध जीवन जी सकता है। योग की प्रभावशालीता को देखते हुए प्रधानमंत्री ने इसे विश्वभर में प्रचारित करने की योजना बनाई। इसका पहला कदम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग को मान्यता दिलाना था।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन पहली बार 21 जून, 2015 को किया गया था। इस दिन विश्वभर के देशों ने योग का महत्व मान्यता दिया और इसे अपने दैनिक जीवन में शामिल करने के लिए प्रेरित किया। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने घोषित किया था, जिसमें 177 सदस्य देश शामिल थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने योग को विश्वभर में प्रमुखता प्राप्त कराने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों की शुरुआत की। उन्होंने योग दिवस के आयोजन के लिए अद्वितीय पहल की और इसे विश्वस्तरीय उद्यम बनाने का संकल्प लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने योग को स्वस्थ जीवनशैली का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने के लिए अपने मार्गदर्शन में विभिन्न योगाभ्यासों को सम्मिलित किया है।

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