बीजेपी की चुनावी चाल: 150 मुस्लिम बुद्धिजीवियों को ‘मोदी मित्र’ बनाने की धमाकेदार योजना!

आम चुनावों के आसपास बीजेपी ने अपनी रणनीति में एक नई हरकत की है। इस बारे में सामाजिक मीडिया और जनता में काफी चर्चा हो रही है। इस योजना के अंतर्गत, बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा यूपी राज्य के 65 लोकसभा क्षेत्रों में करीब 150 मुस्लिम बुद्धिजीवियों को ‘मोदी मित्र’ बनाने की योजना बनाई है।

यह नई कदमबद्धता की योजना बीजेपी की अल्पसंख्यक मोर्चा के द्वारा उठाई गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य दिखता है कि पार्टी अपनी संख्याबल को विस्तारित करके आम चुनावों में अधिक समर्थन प्राप्त कर सके। यह एक प्रयास है जिसके माध्यम से बीजेपी अपने संदेश को अलग-थलग वर्ग के लोगों तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है।

बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा का कहना है कि यह योजना दलित और मुस्लिम समुदाय के अंदर आरक्षण के खिलाफ दृढ़ विरोध करने वाले तत्वों के बीच विस्तार करेगी। इसके अलावा, इसका मुख्य लक्ष्य बीजेपी की नीतियों और कार्यक्रमों को समझाना और उन्हें समर्थन प्राप्त करना है।

देवबंद विधानसभा सहारनपुर लोकसभा सीट में आती है. पिछले चुनाव में सहारनपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी 3.25 लाख ‘मोदी मित्र’ बनाएगी.  

बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा उत्तर प्रदेश के 65 लोकसभा क्षेत्रों में ‘मोदी मित्र’ बना रही है. इन लोकसभा सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 30 फीसदी से ज्यादा है. बीजेपी ने इसके लिए हर एक विधानसभा में पांच हजार ‘मोदी मित्र’ बनाने का लक्ष्य रखा है. 

यह सुनेचाहे हो, लेकिन इस योजना को लेकर कई सवाल भी उठ रहे हैं। कुछ लोग इसे बीजेपी की चुनावी रणनीति के हिस्से के रूप में देख रहे हैं जो कि अल्पसंख्यक वोटरों के बीच में विभाजन और मतभेद को कम करने का प्रयास है। वहीं कुछ लोग इसे चुनावी हवा बनाने की कोशिश का भी रूप मान रहे हैं।

बीजेपी के इस पहल को लेकर कांग्रेस ने भी अपनी प्रतिक्रिया जताई है। कांग्रेस पार्टी ने इसकी आलोचना की है और कहा है कि इस योजना से सिर्फ चुनावी फायदा ही हासिल होगा, जबकि यह वास्तविक विकास और समरसता को प्रभावित नहीं करेगी।

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