देहरादून: अगले साल होने जा रहे पांच राज्यों के चुनावों में आपको ऐसे ही रोबोट्स प्रचार कर ते नज़र आएंगे. ये सेलिब्रेटिज़ की तरह स्टार प्रचारक की तरह गली गली शहर शहर वोट मांगेंगे.
किसी भी नेता का भाषण फीड करने के बाद ये नेताजी की तरह ही हाथ और गर्दन के इशारों से जनता को संबोधित करेंगे हालांकि, अभी इसमें सिर्फ हिंदी भाषा इंस्टॉल की गई है, लेकिन इसमें पंजाब के लिए पंजाबी और गुजरात के लिए गुजराती भाषाएँ फीड करने की भी तैयारी चल रही है. यानी चुनाव में लोग आएंगे रोबोट देखने और काम बने जाएगा राजनीतिक पार्टियों का.
बताया जा रहा है कि कई बड़े नेताओं ने ऐसा रोबोट बनाने वाली कंपनी से संपर्क किया है. इन लोगों में बीजेपी और कांग्रेस के अलावा समाजवादी पार्टी और अकाली दल के लोगों के नाम का कयास भी लगाया जा रहा है.
नेता रोबोट को तैयार करने में लगभग तीन महीने का वक्त लग रहा है. अभी कई रोबोट तैयार किए जाएंगे. एक रोबोट को बनाने में लगभग 3 लाख रुपये की लागत आ रही है. रोबोट बनाने वाली इस कंपनी के पास कई स्कूलों के ऑर्डर भी हैं. स्कूलों में ये रोबोट बच्चों को पढ़ा भी सकता है.
ये जनता के बीच जाकर अपने उम्मीदवारों के काम के बारे में बताएगा. इंसानों की तरह दिखने वाले इस रोबोट में वो सारी खूबियां इंस्टॉल की गई हैं, जो चुनावी मैदान में बच्चे से लेकर बड़े वोटर्स को आकर्षित करेंगी. ये रोबोट नेताओं की तरह भाषण देगा. दरअसल, इस रोबोट में डिवाइस के माध्यम से कई नेताओं की रिकार्डिंग चलाई जा सकती है.
रोबोट में रिकार्डिंग चलाते वक्त इसके हाव-भाव आवाज के मुताबिक बदल जाते हैं. मतलब जिस व्यक्ति की रिकार्डिंग चलेगी, ये रोबोट उसी के अंदाज में जनता से रू-ब-रू होगा. ये रोबोट एक जगह रखा होता है, लेकिन इसकी गर्दन के साथ ही मुंह और दोनों हाथ का मूवमेंट होता रहता है. ऑटोमैटिक के अलावा इसे मैन्यूअल भी चलाया जा सकता है.
‘इंस्टिट्यूट ऑफ अडवांस रोबोटिक्स’ (IAR) कंपनी के निर्माता अमित नेगी का कहना है कि ये रोबोट वैसे तो काफी काम करेंगे, लेकिन फिलहाल इनको चुनावी प्रचार के लिए तैयार किया है. नेगी मानते हैं कि आज के युग में सब कुछ जब डिजिटल हो रहा है, तो क्यों ना चुनाव प्रचार मे भी डिजिटल तरीका अपना जाए.