महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल के बाद अब राज्य में मानसून सत्र की शुरुआत होने वाली है। इससे पहले, कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। अनुमानित हो रहा है कि राज्य में मानसून सत्र की शुरुआत से पहले कैबिनेट विस्तार का ऐलान हो सकता है। इस महीने की शुरुआत में ही एनसीपी दल का एक धड़ा शिंदे-फडणवीस गठबंधन में शामिल हुआ है। अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद के साथ ही उनके साथी 9 नेताओं ने मंत्रिपद की शपथ भी ली है। इसके साथ ही, अब शिंदे गठबंधन और भाजपा के संगठित विधायकों को भी मंत्रिपद दिए जाने की संभावना उठ रही है।
शिंदे गठबंधन के विधायकों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कुछ मंत्रियों और शिंदे गठबंधन के कई मंत्रियों के कार्यकाल से भाजपा के उच्चाधिकारियों को असंतुष्टी महसूस हो रही है। इस दशा में, इन नेताओं की जल्द ही छुट्टी के आसार हैं। इनकी जगह पर नए विधायकों को मौका देने की चर्चा शुरू हो गई है। कहा जा रहा है कि शिंदे गठबंधन के साथ आए 40 विधायकों में से बहुत सारे विधायक मंत्री पद के इंतजार में हैं। इनमें से कई ऐसे नेता हैं, जो उद्धव ठाकरे के कार्यकाल में पहले से ही मंत्रिपद पर थे। ऐसे में, यदि इन नेताओं को मंत्री पद नहीं मिलता है, तो वे जल्द ही सरकार से इस्तीफा दे सकते हैं। इनमें कई नेता उद्धव ठाकरे के संपर्क में हैं।