बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन पर एक अलग खबर दर्ज हुई है। सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही बीजेपी ने 10 लाख युवाओं को रोजगार का वादा किया और तेजस्वी यादव के इस्तीफे के साथ अन्य मांगों को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। बीजेपी ने युवाओं को रोजगार के मुद्दे पर गुरुवार को विधानसभा मार्च की योजना बनाई थी। इस मार्च के कार्यक्रम के कारण हंगामा मच गया और सदन के स्पीकर अवधि बिहारी चौधरी ने बीजेपी के विधायक कुमार शैलेंद्र और जीवेश मिश्रा को बाहर निकालने का आदेश दिया।
इसके बाद दोनों को सदन से बाहर ले जाया गया। इसके बाद बीजेपी के सभी सदस्य सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करने के लिए सदन से बाहर निकल गए।मानसून सत्र के चौथे दिन पहले ही बीजेपी के सभी सदस्यों ने आक्रामक ढंग से अपना प्रदर्शन किया। शिक्षकों की नियुक्ति और युवाओं के मुद्दे पर विधानसभा में सत्ता पक्ष और बीजेपी सदस्यों के बीच तीखी तकरार हुई। बीजेपी सदस्यों ने वेल में पहुंचकर विधानसभा को घेरा और धरना प्रदर्शन किया।
इस दौरान बीजेपी विधायक जमकर नारेबाजी की। वे तेजस्वी यादव के त्यागपत्र और भ्रष्टाचार के खिलाफ भी आंदोलन कर रहे थे।बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने विधानसभा मार्च का आयोजन किया। इसके बाद डाकबंगला चौराहे पर पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की। लेकिन पुलिस के अवरोध को तोड़ते हुए बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता आगे बढ़ने लगे
। इसके बाद पुलिस को वाटर कैनन, आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज का इस्तेमाल करना पड़ा।विधानसभा मार्च के संबंध में प्रशासन ने सभी आवश्यक तैयारियाँ की थी। दंडाधिकारियों की नेतृत्व में सुरक्षा बलों की तैनाती हुई थी। वाटर कैनन, वज्र वाहन और महिला सुरक्षाकर्मियों को ड्यूटी पर लगाया गया था।